मनीष सिंह किसी रईस के अस्तबल से बेशकीमती घोड़ा चोरी हो गया। स्कॉटलैंड यार्ड कोई सुराग न लगा पाई तो उसने शर्लक होल्मस से मदद मांगी।?? शर्लक नें मौका ए वारदात पर चौकस तफ्तीश की। घुड़साल बड़ी थी, चारो ओर से सुरक्षित। रात को हर दरवाजे पर गार्ड्स लगते थे। भयंकर कुत्ते खुले छोड़ दिये जाते थे। तमाम तफ्तीश के बावजूद सुराग नही लगा। इंस्पेक्टर बेचैन हो रहा था, बार बार शर्लक को देखता। वाटसन भी चुप थे। शर्लक के चेहरे पर रंग बदल रहे थे। एकाएक वो ठहर गए। पास रखी तिपाई पर बैठकर, पाइप सुलगाया। एक गहरा कश लिया और धुएँ का गहरा बबूला छोड़ते हुए बोले – तुम्हें कुछ अजीब नही लगता वाटसन?? – है तो। मुझे लगता है चोरी के वक्त घोड़े को हिनहिनाना तो चाहिए था। – नही वॉटसन। दरअसल बड़ा सवाल ये है कि कुत्ते क्यो नही भौंके?? – ओह,ओह, ओह। इसका मतलब कुत्ते चोर को पहचानते थे??? – नाउ यू आर देयर… शर्लक मुस्कुराए। तो अब बताओ, चोरी किसने की।। एक क्षण तक वॉटसन सोचते रहे। फिर दिमाग मे एक विस्फोट हुआ, आँखे फैल गयी। जोश में दोनो हाथ ऊपर उठाकर वॉटसन जोर जोर से चिल्लाए। चौकीदार ही चोर है!!!! चौकीदार ही चोर है!!!! चौकीदार ही चोर है!!!!