करनाल । कांग्रेस के जिला संयोजक सरदार त्रिलोचन सिंह ने कहा कि भाजपा आने वाले विधानसभा चुनावों में अपनी हार को देख कर अब विरोधियों को दबाने के लिए उनको परेशान कर रही हैं। ईडी आयकर और पुलिस के माध्यम से कांग्रेस नेताओं को सरकार परेशान कर रही हैं। भाजपा की केंद्र सरकार और राज्य सरकार अपने राजनीतिक विरोधियों को समाप्त करने के लिए ईडी, पुलिस और आयकर विभाग का सहारा ले रही हैं। अब हरियाणा में इसकी शुरुआत हो चुकी हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी को ईडी के सम्मन भेजने के साथ नैशनल हैराल्ड के नाम पर झूठे मामले बना कर परेशान कर रही हैं। यदि भाजपा को लडऩा है तो अपनी लड़ाई राजनीतिक ढंग से लड़े।
भाजपा ने ईडी, सीबीआई, आयकर और पुलिस को विरोधयों को दबाने के लिए अपना हथियार बना लिया हैं। अब भाजपा सरकार इन हथियारों को प्रयोग हरियाणा में कर रही है। कॉंग्रेस के मुखपत्र नेशनल हेराल्ड के एक फर्जी मामले में कॉंग्रेस अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी को परेशान करने का षड्यंत्र रचा है। इसी फर्जी मामले में ईडी ने हमारे कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी और सोनिया गांधी को नोटिस भेज रखा है इसी मामले में राहुल से आज घण्टों द्वारा पूछताछ की गई, कांग्रेस के सीनियर नेताओं सांसदों, पूर्व मुख्यमंत्री, मुख्यमंत्री आदि वरिष्ठ नेताओं को थानों में बैठाए रखा।
अखिल भारतीय कॉंग्रेस ने नेशनल हेराल्ड को आर्थिक संकट से उबारने के लिए 90 करोड़ रुपये का कर्ज दिया। सन् 2002 से 2011 के बीच। एक ही बार में नहीं, बल्कि करीब 100 किस्तों में लिया। इस राशि में से 67 करोड़ रुपये पत्रकारों के वेतन और अन्य बकाया के भुगतान पर खर्च हुआ। बाकी राशि सरकारी बिलों मसलन पानी,बिजली बिल इत्यादि पर खर्च हुआ। कंपनी इतनी बड़ी राशि पार्टी को लौटाने की स्थिति में नहीं थी। इसलिए पूरे कर्ज को इक्विटी में बदल दिया गया। राजनीतिक पार्टियाँ किसी कंपनी में इक्विटी नहीं ले सकती हैं, इसलिए सोनियाजी, राहुलजी और वरिष्ठ नेताओं को लेकर यंग इंडियंस नामक ट्रस्ट बनाया गया और 99 प्रतिशत शेयर्स ट्रस्ट के नाम किए गए।यह पूरी प्रक्रिया देश के विद्यमान कानून के अनुसार हुई है। इसमें मनी लॉंडरिंग कैसे हुई ?
कोई भी राजनीतिक दल अपने मुखपत्र को आर्थिक मदद दे सकता है। कॉंग्रेस ने अपने बैलेंस सीट में पूरा ट्रांजेक्शन दिखाया है और इसका ऑडिट भी हो चुका है। यंग इंडियंस नॉट फॉर प्रॉफिट ट्रस्ट है। इसके संचालक ट्रस्ट से एक पैसा नहीं ले सकते। नेशनल हेराल्ड के किसी एसेट के मालिक भी नहीं हो सकते। इसमें किसी व्यक्ति ने कोई लाभ नहीं कमाया है और ना कभी लाभ ले सकता है।
फिर भी भाजपा सरकार ने ईडी को हमारे नेताओं को महज परेशान करने के लिए लगाया है। इस द्वेषपूर्ण कार्रवाई के खिलाफ हम लड़ रहे हैं। क्योंकि संघर्ष हमारे डीएनए में है। सोनिया और राहुल किसी भी दबाव से डरे बिना देश के लिए लड़ रहे थे, लड़ रहे हैं और लड़ते रहेंगे ।
सवाल है कि कांग्रेस के डीएन में संघर्ष होता तो आज ये नौबत न आई होती। कांग्रेसी संघर्ष पर तभी उतरते हैं जब उसके गले में फंदा कसने लगता है। यदि जनता के मुद्दों को लेकर सडक़ों पर कभी उतरे होते तो आज जनता उनके साथ सडक़ों पर होती।