विधायक के परिवार वालों को कहीं भी अवैध दुकान बनाने की छूट

विधायक के परिवार वालों को कहीं भी अवैध दुकान बनाने की छूट
September 13 15:44 2023

एनआईटी तीन एफ ब्लॉक में आवासीय प्लॉट पर खड़ी की चार मंजिला व्यावसायिक इमारत, लगाया किराए के लिए खाली है का बोर्ड

फऱीदाबाद (मज़दूर मोर्चा) एनआईटी तीन के आवासीय एफ ब्लॉक में बडख़ल विधायक सीमा त्रिखा के परिवार वालों ने घर को तोड़ कर चार मंजिला व्यावसायिक इमारत खड़ी कर डाली। अब इसे किराए पर उठाने की तैयारी चल रही है। अवैध निर्माण सूंघ कर गलियों तक में कार्रवाई करने को पहुंचने वाले नगर निगम के अधिकारी और डिस्ट्रिक्ट टाउन प्लानर को इस इमारत मे होने वाली धांधली नजर नहीं आ रही जबकि गुडग़ांव से रोजाना आने-जाने वाले अतिरिक्त निगम आयुक्त गौरव आंटिल सहित अनेक निगम अधिकारी-कर्मचारी इसी इमारत के सामने से गुजरते हैं।

एनआईटी एफ ब्लॉक आवासीय है, इस इमारत में विधायक सीमा त्रिखा परिवार सहित रहा करती थीं। उनके विधायक बनने और सेक्टर 21 डी स्थित बड़े मकान में शिफ्ट होने के बाद इस मकान में उनके परिवार के अन्य सदस्य रह रहे थे। अब इस इमारत को चार मंजिला बनवाया जा रहा है। स्थानीय लोगों के मुताबिक उन्हें लगा कि विधायक अपना घर दोबारा बनवा रही हैं लेकिन अभी ये इमारत पूरी बन कर तैयार भी नहीं हुई है, इस पर बैंक, ऑफिस, एजुकेशन सेंटर, नर्सिंग होम, स्वीट हाउस, किसी भी तरह की फ्रेंचाइजी हाउस के लिए टू-लेट का बोर्ड टांग दिया गया है।

सरकार के नियमों के अनुसार तीस मीटर से कम चौड़ी सडक़ पर स्थित किसी भी आवासीय प्लॉट का सीएलयू नहीं किया जा सकता। एफ ब्लॉक में विधायक के परिवार वालों की यह इमारत महज साठ फीट चौड़ी सडक़ पर स्थित है। ऐसे में इसका सीएलयू नहीं हो सकता। बावजूद इसके विधायक की दबंगई के कारण इस इमारत का न केवल व्यावयायिक उपयोग किया जाएगा बल्कि इसका दरवाजा भी मुख्य मार्ग की ओर भी खोला जा रहा है। जबकि नियमानुसार किसी भी प्लॉट, परिसर, आवास या व्यावयायिक भवन का दरवाजा मुख्य मार्ग की ओर नहीं खोला जा सकता। बताते चलें कि सीमा त्रिखा के परिवार वालों के इस घर के ठीक सामने स्थित 3 ई 75 को व्यावसायिक उपयोग करने के कारण नगर निगम ने सील किया हुआ है, लेकिन नगर निगम के ‘ईमानदार और कर्मठ’ अधिकारियों को विधायक की यह इमारत नजऱ नहीं आती।

पूर्व कमिश्नर यश गर्ग ने एनआईटी तीन में जब अतिक्रमण विरोधी अभियान चलवाया था तो विधायक सीमा त्रिखा ने इस अभियान का पुरजोर विरोध किया था, उन्होंने अभियान का नेतृत्व करने वाले एसडीओ को धमकाया भी था।

अतिक्रमण और अवैध कब्जे के नाम पर गरीबों की झुग्गियां तोड़े जाने का समर्थन करने वाली सीमा त्रिखा ने एनआईटी तीन में अभियान का विरोध किसलिए किया था, उनके परिवार वालों की इमारत देख कर समझा जा सकता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब विधायक ही कानून तोड़ रही हैं तो फिर अवैध निर्माण करने वालों का हौसला और बुलंद होगा, यदि आवासीय प्लॉटों पर बड़ी व्यावसायिक गतिविधियां शुरू हुईं तो पहले से ही लचर आधारभूत ढांचे यानी पेयजल, सीवर, जल निकासी पर और भी ज्यादा दबाव पड़ेगा जिससे भविष्य में और गंभीर समस्या खड़ी होगी।

सीएम खट्टर को भी नगर निगम मेँ खूब भ्रष्टाचार नजर आता है लेकिन अपनी विधायक की कारगुजारी पर बोलने की हिम्मत नहीं जुटा पाते। नगर निगम के अधिकारियों के तो खैर कहने ही क्या, नेताओं की चाटुकारिता करके ही तो वे लूट कमाई के नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं, फिर शहर की व्यवस्था और उसमें रहने वाली जनता को परेशानी हो तो होती रहे, उन्हें तो बस अपने आक़ाओं को ही खुश रखना है।

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Mazdoor Morcha
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