ठग हो गये सक्रिय, पुलिस बनी है निष्क्रिय

ठग हो गये सक्रिय, पुलिस बनी है निष्क्रिय
October 18 03:20 2022

नीलिमा
फरीदाबाद (म.मो.) इन दिनों फेसबुक और इंस्टाग्राम के जरिये लुभावने सपने दिखाकर ठग, लोगों को निशाना बना रहे हैं। बिना पैसे के घर बैठे शुरू करें ये काम, होगी बंपर कमाई, बस करना होगा ये काम। ऐसा वीडियो वायरल कर लोगों को चूना लगाते हैं। एक वीडियो में दिखाया है कि ये मशीन आपके घर पर लगा दिया जायेगा और सामान भी भेजा जायेगा। बेरोजगार, अनपढ़ कोई भी महिला पुरूष रोजाना घर बैठे काम करके एक हजार रुपये डेली कमा सकते हैं। अपना वार्ट्सऐप नम्बर भी दिया है कि इस नम्बर पर सम्पर्क करें। इस बेरोजगारी के दौर में लोगों के लिये इस तरह का वीडिया देखकर ठगी का शिकार हो जाना कोई बड़ी बात नहीं हैं।

एक वीडियो में था कि एक मशीन है और पन्नी की थाली, प्लेट, कटोरी ये सब उसमें आसानी से बन रहा है। यानी कोई भी अनपढ ये काम आसानी से कर लेगा और एक मिनट में 10 से ज्यादा ही थाली बन जायेगा। दूसरा वीडियो था, डिब्बे में पेंसिल, पेन रबर, कटर, और भी कई तरह के जैसे कपड़े, मशाले इत्यादि पैकिंग करने का।

ऐसा देखने के बाद मैंने कम्पनी को फोन करके कहा, मैं बेरोजगार हूं और घर बैठे ये काम करना चाहती हूं। कृपया आप विस्तार से बतायें। इस पर वो अपनी रटी-रटाई बातें कहने लगा। मेरा ये होमवर्क पूरे हिन्दुस्तान में हर जगह है, यानी हर स्टेट में मेरा डिपार्टमेंट है। जैसे महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, छत्तीसगढ, उड़ीसा कोई भी स्टेट हो, कहीं पर भी हो आप, इंडिया के किसी भी कोने में घर बैठे आसानी से ये काम कर सकते हो। आपको एक डिब्बी में 20 पेन या पेंसिल, कोई भी ब्रांड का पैकिंग करना है। वो सस्ता या महंगा वाला हो 10, 20 या 50 रुपये का हो इससे आपको कोई फर्क नहीं पड़ेगा। अगर आप एक दिन में 50 डिब्बे पैकिंग करते हो तो आपको 1000 रुपये और 100 में 2000 रुपये मिलेंगे। इसमें फस्ट टाइम में जो माल आयेगा वो एक सप्ताह का, यानी सात हजार रुपये का। उसमें आपको 350 डिब्बे बनाना है, चाहे आप उसे एक दिन में बनाओ या एक सप्ताह में। अगर आप जल्दी कर देते हो तो अगले हफ्ते डबल माल आयेगा इसका कोई टारगेट नहीं होता। आप जितना ज्यादा पैकिंग करोगे उतना ज्यादा पैसा मिलेगा। हमारे यहां वीकली पेमेंट होता हैं और मेरा जो वर्कर माल देने जायेगा, वही फिर माल लेने भी जायेगा व साथ में आपको पेमेंट भी देकर आयेगा। इसमें ज्वाइन करने के लिये आपको अपना एक सेल्फी फोटो, आईडी प्रूफ, पूरा एड्रेस व्हाटसएप पर भेज दो। इसके अलावा 620 रुपये आईडी कार्ड के लिये भेजना होगा, जिसमें से 600 रुपये जो मेरा वर्कर माल लेकर पहली बार जायेगा वो उसी समय आपको वापस कर देगा। मात्र 20 रुपये नहीं मिलेगा और जब आपका आईडी कार्ड बन जायेगा उसके 24 घंटे के अंदर ही आप तक माल पहुंच जायेगा। इसके बाद आप काम शुरू कर देना।

इतनी बातें सुनने के बाद मैं बोली भाई, पैसे मैं आप तक कैसे भेजूं? इस पर कहने लगा गूगल या पेटीएम कर दो, चाहे अकाऊंट में भेज सकते हो। मैं बोली कि मेरे पास ये सिस्टम नहीं है, मैं अनपढ हूं, मुझे ये सब समझ नहीं आती गूगल-पेटीएम क्या होता है। मैं जो भी काम करती हूं नकद कैस से ही करती हूं। मेरे यहां जो बंदा माल लेकर आयेगा मैं उसी को रुपये दे दूंगी या आप मेरी सैलरी से काट लेना। वो बोला ऐसा नहीं होता है वो आपको ऑनलाइन ही भेजना पड़ेगा। आप अपने बच्चे या अगल-बगल से भी करवा सकते हो आप उसे नकद कैस दे देना। उस समय मैं सोची देखती हूं आगे क्या कहता है। मैं ये लिंक अपनी बेटी को भेज दी और सारी बातें बताई। मेरी बेटी भी उससे बात की और पूछी, आपका किस नाम से वेबसाइट है? मैं अमर उजाला वेबसाइट पर काम करती हूं, इस पर वो फोन को काट दिया। बेटी मुझे बताई कि मंमी ये फ्रॉड है।

इसके बाद एक हफ्ते तक वो बराबर फोन करके कहने लग गया कि पैसे भेजो। आपका आईडी बनेगा, उसके बाद सामान भेजूंगा तभी तो आप काम स्टाट करोगे। मैं उसको हर बार यही कहती थी कि मैं अनपढ हूं मुझे पेटीएम गूगल कुछ समझ में नहीं आता। जब आप 600 रुपये वापस ही कर दोगे तो मात्र 20 रुपये की ही तो बात है आप अपनी जेब से ही लगा दो। जो आपका वर्कर माल लेकर आयेगा उसे मैं 20 रुपये की जगह 50 दे दूंगी। अगर ऑनलाइन ही जमा होता है तो आप पढे लिखे हो, आपको ये सिस्टम पता है आप कर दो। किंतु वो कहां सुनने वाला था बार बार फोन कर 620 रुपये जमा कराने की बात कहने लगा। बाद में मैं उसका फोन उठाना बंद करके ब्लॉक कर दी।

पिछले हफ्ते अमर उजाला में यही खबर आई कि एक महिला ने थाना में रिपोट दर्ज करवाई है। वो महिला ने पेंसिल, पेन पैंकिंग करने वाली कंपनी को 620 रुपये गूगल से भेजी थी और साथ में अपना आईडी प्रुफ आधार कार्ड। अब उसके खाते से तीन लाख रुपये गायब है और वो फोन भी नहीं उठाता। अब वो महिला क्या करे? यहां टेक्नोलॉजी ने ऐसे ठगों को पकडऩा और सजा देना भी मुश्किल कर दिया है क्योंकि ठग जितने सक्रिय है, पुलिस उतनी ही निष्क्रिय ।

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Mazdoor Morcha
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