विष्णु नागर यह किस्सा मेरी ससुराल देवास का है। रिटायरमेंट के बाद पति ने मकान, पेंशन सबकुछ पत्नी के नाम करवा दी।पेंशन मिलने के दो साल बाद पति ने पत्नी
विष्णु नागर कहते हैं प्रभु के नाम और रूप अनेक हैं मगर है वह एक। ईश्वर कहो तो वही,अल्लाह कहो तो वही, गॉड कहो तो वही, कुछ और कहो तो
विष्णु नागर ये तो उसके बड़े से बड़े विरोधी भी मानते हैं कि अपना सबसे बड़ा सेल्समैन वह खुद है। वह कुछ भी बेच सकता है!।जो है,वह भी और जो