फऱीदाबाद (मज़दूर मोर्चा) भ्रष्टाचार में डूबी डबल इंजन सरकारों में नगर निगम के निकम्मे अधिकारियों के कारण प्रतापगढ़ सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) चार साल में भी नहीं चल पाया और
फरीदाबाद (मज़दूर मोर्चा) कचरा प्रबंधन के नाम पर करोड़ों रुपये हड़पने वाली मोदी-खट्टर सरकार के चहेतों की कंपनी ईकोग्रीन बंधवाड़ी में कूड़े का पहाड़ छोड़ गई। एनजीटी के आदेश पर
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जारी किया नोटिस फरीदाबाद (म.मो.) हाल-फिलहाल में हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा बादशाहपुर स्थित एसटीपी (सीवेज शोधन प्लांट) द्वारा शोधित जल के जो नमूने लिये थे
फरीदाबाद (म.मो.) हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा न केवल मिर्जापुर बल्कि बादशाहपुर व प्रतापगढ़ स्थित एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) द्वारा शोधित पानी के जब भी कभी नमूने लिये हैं,
फरीदाबाद (म.मो.) शहरों में जल-मल एवं सफाई की आधुनिक व्यवस्था के तौर पर सीवरेज प्रणाली को विकसित किया गया। परन्तु आज यह व्यवस्था शहरवासियों के लिये बड़ी समस्या बन कर
फरीदाबाद (म.मो.) पूरे शहर यहां तक कि पॉश सेक्टरों में सीवर का गंदा पानी उफन-उफन कर सडक़ों पर फैल रहा है। फरीदाबाद नगर निगम अब रोना रो रहा है कि
शहर के पार्कों मेंं लगेगा सीवर का पानी फरीदाबाद (म.मो.) नगर निगम के अति ‘बुद्धिमान’ अफसरों ने एक तीर से दो शिकार करने की बेहतरीन योजना प्रस्तुत की है। इसके
फरीदाबाद (म.मो.) बीते तीसियों साल से शहर का सारा सीवेज बिना संशोधित किये यमुना नदी, गुडग़ांव व आगरा नहरों में धड़ल्ले से डाला जा रहा है। यही काम दिल्ली सरकार