राज वाल्मीकि सर्दियों में आठ-दस लोग एक जगह इक_े हों और गर्मागर्म चाय की चुस्कियां ले रहे हों तो ऐसे में मौजूदा दौर की राजनीति पर चर्चा चल ही पड़ती