फरीदाबाद। मार्च में संसद का घेराव करने के संयुक्त किसान मोर्चे के फैसले का स्वागत किया जाना चाहिए। स्वागत करना, निंदा करना, भत्र्सना करना; ये जुमले अब वैसे निरर्थक हो