फरीदाबाद (म.मो.) मजबूर इन्सानों को मौत के मुंह में धकेलने वालों के विरुद्ध कोई कड़ी कार्रवाई न होने के चलते आये दिन कोई न कोई बेबस मज़दूर मौत का शिकार
फरीदाबाद (म.मो.) सीवर के खुले मैनहोलों में गिरने की घटनायें थमने का नाम नहीं ले रही। जबकि बीते माह इस तरह की घटना में एक बैंक कर्मचारी की मौत भी
फरीदाबाद (म.मो.) शहरवासी पहले तो नगर निगम से ही परेशान थे अब उनकी परेशानी बढाने के लिये खट्टर सरकार ने उनके सिर पर एफएमडीए व स्मार्ट सिटी लिमिटेड कम्पनी नामक
सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस खानविलकर बेंच बनी तमाशबीन फरीदाबाद (म.मो.) नगर निगम व जि़ला प्रशासन ने भारी पुलिस बल के साथ दिनांक 19 जनवरी को पहले से ही उजड़े हुए
फरीदाबाद (म.मो.) दिनांक 12 जनवरी को पांच नम्बर के एच ब्लॉक स्थित प्लॉट नम्बर 90 पर उस समय अच्छा-खासा हंगामा खड़ा हो गया जब पुलिस बल सहित निगम के अधिकारी
फरीदाबाद (म.मो.) दिनांक तीन जनवरी को निगमायुक्त यशपाल यादव ने फेसबुक के माध्यम से नगरवासियों को नव-वर्ष की बधाई देने के साथ सम्बोधित करते हुए शहर को स्वच्छ एवं अतिक्रमण
फरीदाबाद (म.मो.) अपनी प्रशासकीय ‘क्षमता’ का नमूना पेश करते हुए निगमायुक्त यशपाल यादव ने पहले तो रेहड़ी-पटरी वालों को बजारों से उखाड़ा-पछाड़ा लेकिन जब मीडिया व स्वयं रेहड़ी वालों ने
नागरिक कब्जा हटाओ अभियान में सहयोग कर रहे हैं फरीदाबाद (म.मो.) नगर निगम प्रशासन ने बीते सप्ताह बजारों व गलियों से अवैध कब्जे हटाने का आदेश पूरी सख्ती व सही
फरीदाबाद (म.मो.) दो दिसम्बर को छपे अखबारों के अनुसार निगमायुक्त यशपाल यादव ने कहा है कि दुकानों के सामने रेहड़ी खड़ी करा कर न तो दुकानदारों को सरकारी जगह का
फरीदाबाद (म.मो.) जर्जर सडक़ें, उफनते सीवर, गंदगी से बजबजाती गलियां, पीने को पानी नहीं, किसी भी काम के लिये निगम के पास पैसा नहीं, हर वक्त रोना कंगाली का। सोचने