राजेंद्र कुमार गुप्ता हाँलाकि, मुगल चाहते तो विजित देश का इस्लामिक नाम भी रख सकते थे, कौन विरोध करता ? जिनको इलाहाबाद और फैजाबाद चुभता है वह समझ लें कि
मुग़ल बादशाहों से तो तमाम राजपूत राजों ने अपनी बेटियाँ ब्याहीं और मुग़लों को दामाद बनाया। राजपूत राजे मुग़लों के ससुर और साले बने,राजपूताने में तो मुग़लों का ननिहाल था।