खट्टर तय नहीं कर पा रहे कि सेक्टरों में पांच मंजिला मकान बनें या नहीं, फिलहाल इन पर रोक लगा दी चंडीगढ़ (मज़दूर मोर्चा) अपनी घर की अक्ल हो नहीं
करनाल (म.मो.) केन्द्रीय गृहमंत्री अमितशाह के दौरे की तैयारियां का जायजा लेने आये मुख्यमंत्री खट्टर के हेलीकॉप्टर को उतारने के लिये उस गरीब का ढाबा तोड़ दिया, जिसकी रोजी-रोटी का
करनाल (म.मो.) जनविरोधी नीतियों से जनाक्रोश झेलती और आईसीयू में दाखिल मनोहर सरकार को कोविड की बूस्टर डोज़ देने आ रहे हैं डॉक्टर अमित शाह। क्या मरीज चंगा होगा –
फरीदाबाद (म.मो.) अभी तक ग्राम विकास के लिये उपलब्ध तमाम तरह के धन को खर्च करने का पूर्ण अधिकार ग्राम पंचायतों के पास रहा है। इस व्यवस्था के अनुसार ग्राम
पवन कुमार बंसल वैसे देखने में दोनों खबरों में कोई सम्बन्ध नहीं दिखता।लेकिन एक खोजी पत्रकार के तीसरे नेत्र से देखने पर इनका गहरा समबन्ध पता लगता है। यह खबर
कव्वा चला हंस की चाल, अपनी चाल भी भूल गया फरीदाबाद (म.मो.) मुख्यमंत्री खट्टर को बिना कुछ करे-धरे मीडिया में छाये रहने का बड़ा रोग है। इसलिये वे अपने मुखारबिंद
फरीदाबाद (म.मो.) राज्य की जनता से अधिक से अधिक वसूलने तथा उन्हें कम से कम देने के साथ-साथ उन्हें एक के बाद दूसरी लाइन में लगाये रखने में खट्टर की
गुरुग्राम में घर-घर पनप रहे राज सिंह गहलौत पवन कुमार बंसल छह साल पहले मनोहर लाल ने एमजी रोड गुरुग्राम स्थित सिकंदरपुर घोसी में बरसाती नाले की सरकारी जमीन पर
खट्टर के शाही दरबार में पत्रकार व छायाकार भी अच्छी-खासी संख्या में मौजूद थे। एक फरियादी द्वारा फरीयाद करने तथा खट्टर द्वारा जवाब देने के दृष्य की जब एक पत्रकार
फरीदाबाद (म.मो.) जिस मुख्यमंत्री को अपनी जनता की शिकायतें व समस्यायें अपने दफ्तर में बैठ कर नजर न आती हों तो उसे गली-गली व घर-घर भटकने के बावजूद भी कुछ