करनाल । प्रदेश की जनता ने लोकसभा चुनाव में पांच सीटें जिता कर यह संदेश दिया है कि वह कांग्रेस के साथ है। कांगे्रस की नीतियां हमेशा से ही किसान,
लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद लोकतंत्र और संविधान पर खतरा फिलहाल टप्रफुल्ल कोलख्यान आम चुनाव 2024 के नतीजों के बाद, लोकतंत्र और संविधान पर खतरा टल गया, यह माना
अंजनी कुमार भारत की संसदीय राजनीति में यह दूसरा सबसे लंबा चलने वाला लोकसभा चुनाव है। इसकी अवधि 44 दिनों की है। अब चुनाव का अंतिम दौर चल रहा है
फऱीदाबाद (मज़दूर मोर्चा) नगर निगम का जेई प्रवीण बैंसला चुनाव आयोग द्वारा पोलिंग अफसर बनाया गया है लेकिन वह तो अपने आक़ा कृष्णपाल गूजर की चुनावी रैलियों में सक्रिय रूप
फऱीदाबाद (मज़दूर मोर्चा) चुनावी मौसम में अपनी हवा बनाने के लिए केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गूजर लगुए भगुओं से अपना स्वागत सम्मान करवाने का लगातार प्रयास कर रहे हैं। जबकि आम
फऱीदाबाद (मज़दूर मोर्चा) दस साल में अपने दम पर कोई विकास कार्य नहीं करा पाने वाले निवर्तमान केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गूजर का किला कांग्रेस से चौधरी महेंद्र प्रताप के उम्मीदवार
अपूर्वानन्द प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार चुनाव शुरू होने के ऐलान के पहले सरकारी ख़र्चे से अपना प्रचार बड़े पैमाने पर कर चुकी थी. इस तरह वह पहले ही उस
रविंद्र पटवाल 2024 लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की गुत्थी को सुलझाए बगैर इस महासमर को जीतना किसी के लिए भी संभव नहीं है। 80 लोकसभा सीटों के लिहाज से