कहानी/ हैदर रिज्वी (कहानी हमारी, आपकी है, यानी उस गाँव में रहने वाले लोगों की) गाँव सुबह से शाम मेहनत करता और रात हँसी-ख़ुशी एक दूसरे का दु:ख-दर्द पूछ थकान