गोर्बाचेव के साथ जो कुछ चला गया प्रिया दर्शन यह 1985 का साल था। इंटरमीडिएट में पढ़ते हुए मैंने तीस रुपये में सात रूसी किताबें खरीदी थीं- चेखव का कहानी