फरीदाबाद (म.मो.) राज्य की जनता को स्वास्थ्य सेवायें देने में पूरी तरह विफल खट्टर सरकार की गिद्ध दृष्टि आज कल ईएसआई कार्पोरेशन के अस्पतालों पर पड़ी हुई है। यह ठीक
मज़दूरों से पैसा वसूलना काम है, सेवायें देना नहीं फरीदाबाद (म.मो.) केन्द्रीय श्रम मंत्रायल द्वारा नियंत्रित ईएसआई कार्पोरेशन फरीदाबाद-पलवल क्षेत्र के करीब पांच से छ: लाख मज़दूरों से, उनके वेतन
फरीदाबाद (म.मो.) एनएच तीन स्थित ईएसआई मेडिकल कॉलेज को चालू हुए अभी मात्र सात वर्ष ही हुए हैं। दूरदर्शिता के आभाव में यहां अभी से स्थाना-भाव भारी पडऩे लगा है।
मोदी सरकार के निर्देश पर प्रतिवर्ष 100 के बजाये 150 मेडिकल छात्र करने का नतीजा संभल नहीं रहा फरीदाबाद (म.मो.) एनएच-3 स्थित ईएसआई के मेडिकल कॉलेज ने मात्र सात वर्ष
इसके लिये राज्य सरकार भी दोषी है फरीदाबाद (म.मो.) केवल सात वर्ष पूर्व जब एनएच तीन स्थित ईएसआई अस्पताल पुरानी बिल्डिंग से निकल कर दस मंजिला नई बिल्डिंग में शिफ्ट
खट्टर की कोरोना दृष्टि फिर पड़ी मज़दूरों के अस्पताल पर फरीदाबाद (म.मो.) कोरोना की तीसरी लहर के प्रकट होते ही हरियाणा सरकार की ओर से जि़ला उपायुक्त जितेन्द्र यादव ने
केन्द्रीय श्रम सचिव व डीजी ने दौरा किया फरीदाबाद (म.मो.) केन्द्रीय श्रम सचिव अपूर्व चन्द्रा व डीजी अनुराधा प्रसाद ने 17 नवम्बर को एनएच-तीन स्थित अपने अस्पताल का दौरा