निष्ठुर सरकार मस्त, पैसा देने के बावजूद मज़दूर त्रस्त फरीदाबाद (म.मो.) एनएच तीन स्थित मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जरूरत से आधे स्टाफ के बावजूद यहां 120 प्रतिशत ऑकुपेंसी है और
चंडीगढ़ मज़दूर मोर्चा ब्यूरो इसी सप्ताह हुई हरियाणा सरकार की कैबिनेट मीटिंग के बाद गोदी मीडिया द्वारा खबर उछलवाइ गई कि सरकार असंगठित मज़दूरों के लिये 200 अस्पताल खोलेगी। यह
मरीजों की संख्या में तीव्र बढोतरी, स्टाफ की भारी कमी डीन ने दिया इस्तीफे का नोटिस फरीदाबाद (म.मो.) करो तो बहुत काम है, नहीं तो राम-राम है। एनएच तीन स्थित
फरीदाबाद (म.मो.) सर्वविदित है कि मेडिकल कॉलेज का अस्पताल प्राथमिक सेवायें देने के लिये नहीं होता। यह केवल बड़ी गंभीर तथा अति विशिष्ट चिकित्सा सेवायें देने के लिये होता है।
फरीदाबाद (म.मो.) दिनांक 23 अगस्त की शाम पांच बजे ड्यूटी खत्म करके सफाईकर्मी गोपाल व उसका सुपरवाइजर रविन्द्र अस्पताल से बाहर एक साथ निकले थे। दोनों चचेरे-मौसेरे भाई बताये जाते
फरीदाबाद (म.मो.) किसी भी मेडिकल कॉलेज के लिये ग्रामीणक्षेत्र में अपना एक ट्रेनिंग सेंटर स्थापित करना अनिवार्य होता है। इसी नियम के अनुसार एम्स दिल्ली ने 65 वर्ष पूर्व बल्लबगढ़
रामेश्वर तेली के आने से सुपर स्पेशलिटी को लगेंगे पंख फरीदाबाद (म.मो.) मंगलवार दिनांक 9 अगस्त को केन्द्रीय श्रम तथा पेट्रोलियम राज्यमंत्री रामेश्वर तेली ने एनएच तीन स्थित मेडिकल कॉलेज
मजदूर मोर्चा ब्यूरो ईएसआई कॉर्पोरेशन के महानिदेशक पद पर अब तक अनेकों आईएएस अधिकारी बतौर महानिदेशक तैनात रह कर जा चुके हैं। लेकिन मुखमीत सिंह भाटिया ने इस मेडिकल कॉलेज
ईएसआई मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बोन मैरो ट्रांस्प्लांट के 11 सफल केस फरीदाबाद (म.मो.) यूं तो कैंसर एक जानलेवा बीमारी है लेकिन इसमें भी ब्लड कैंसर तो सबसे घातक बीमारी
मज़दूर मोर्चा ब्यूरो देश भर के 3 करोड़ 39 लाख मज़दूरों से उनके वेतन का नियमित चार प्रतिशत वसूलने के बावजूद उन्हें पर्याप्त चिकित्सा सुविधायें देने से ईएसआई कार्पोरेशन किनारा