डॉ. सुरेश खैरनार कट्टरपंथी हिंदुत्ववादी विनायक दामोदर सावरकर ने अपने सार्वजनिक भाषणों में, हजारों लोगों की उपस्थिति जिसमें महिलाओं का भी समावेश था! ऐसी सभाओं में शत्रुओं की औरतों को
मध्य वर्ग को जो एडवेंचर कपिल गूर्जर में दिखता है, वो बिल्कीस दादी में कैसे दिखेगा यूसुफ किरमानी भारत का मध्यम वर्ग दिवालिया होने के कगार पर पहुंचने के