खिलाड़ी भूखे रहे, मंत्री मूलचंद भाषण देकर खिसक गये
फरीदाबाद: बीते एक नवम्बर को हरियाणा प्रदेश में खेल दिवस मनाया गया। खेल दिवस के उपलक्ष्य में प्रदेश के सभी जिलों में सरकार के अलग-अलग नुमाइंदों ने जिला खेल परिसरों में विभिन्न खेलों का आयोजन करवाया।
इसी क्रम में फरीदाबाद के खेल परिसर में खेलों का आयोजन किया गया जिसमे जिले के कोने-कोने से खिलाड़ी शामिल हुए। लांग-जम्प के खिलाड़ी सुमित ने बताया कि परिवहन मंत्री मूलचंद ने सभी बच्चों को दुश्मनों से देश की सुरक्षा करने की शपथ दिलवाई है। पर किन दुश्मनों से देश को बचाना है, सुमित को नहीं पता।
सुबह से दोपहर तक चले इस पूरे कार्यक्रम में शिरकत करने वाले खिलाडिय़ों को रिफ्रेशमेंट के नाम पर कुछ नहीं दिया गया। गोछी से आई एथलेटिक्स की खिलाड़ी गीता ने बताया कि खाने के लिये कुछ देना तो दूर की बात पीने के लिए साफ पानी तक उपलब्ध नहीं करवाया गया है। गीता की ही तरह अन्य सभी खिलाडिय़ों को भी पानी तक नहीं दिया गया। एक वाटरकूलर के भरोसे हजारों खिलाडिय़ों को छोड़ दिया गया, जबकि कोरोना के समय में पानी के लिए लगने वाली भीड़ और खतनाक साबित हो सकती है। वहीँ वाटरकूलर पर खिलाड़ी टैप को दबा कर सीधे मुंह से पानी पीने को मजबूर थे, ऐसे में कोरोना संक्रमण का खतरा कितना बढ़ गया समझा जा सकता है।
इस पूरी अव्यवस्था पर अधिकारियों से बात करने पर उन्होंने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि आयोजन का बजट ही मात्र 10 हजार रुपये था जिसे किन्ही कारणों से बढ़ा कर 20 हजार किया गया। अब इतने कम पैसों में सबको खाना पानी कैसे दिया जा सकता है जबकि मंत्री मूलचंद और अन्य अधिकारियों के बैठने के लिए सोफे और शामियाने के खर्च के साथ उनका चाय नाश्ता ही इतने पैसों में पूरा नहीं हो पाया।
इस आयोजन के बजट के पैसे जब मिलेंगे तब मिलेंगे पर तब तक खर्च भी विभाग के कर्मचारी अपनी जेब से लगाये बैठे हैं। यानी खुद के बैठने, खाने पीने की भरपूर व्यवस्था कर ली मंत्री जी ने पर खिलाडिय़ों को खाली पेट भारत माता को अदृश्य दुश्मनों से बचाने का टास्क बेचारे बच्चों पर डाल गए। अब ये बच्चे ग्राउंड में सड़े तेल में तले चने बेचते फेरी वाली की नमकीन खा कर या तो मैडल ले आयें या देश के न दिखाई देने वाले दुश्मनों से भिड़ जाएँ।