प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्मार्ट सिटी परियोजना को ठगी, भ्रष्टाचार और गबन का बेहतरीन उदाहरण कहना गलत नहीं होगा। केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गूजर और विधायक सीमा त्रिखा ने स्टेनलेस स्टील से बने इस बीस लाख रुपये कीमत वाले स्मार्ट ई शौचालय का 5 फरवरी 2018 को सेक्टर 21डी मार्केट में उद्घाटन किया था। उद्घाटन के समय ही इसमें पानी आपूर्ति और ड्रेनेज की व्यवस्था नहीं थी, तो जो होना था वही हुआ बीस लाख वाला शौचालय बीस दिन भी नहीं चला। स्टेनलेस स्टील मेें जंग नहीं लगता, चित्र में शौचालय की चादर पर जंग लगता देखा जा सकता है। 2018 में जब स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत दस शौचालय लगाने में दो करोड़ रुपये खर्च किए गए थे, सुधी पाठकों को बता दें कि उस समय शुद्ध स्टेनलेस स्टील के शौचालय खुले बाजार में साढ़े तीन लाख से पांच लाख रुपये में उपलब्ध थे, तब जागरूक नागरिकों ने यह मुद्दा उठाया था लेकिन मोदी भक्ति में डूबे लोगों ने उनकी चलने नहीं दी थी। दो करोड़ रुपये के शौचालय दो सौ बार भी इस्तेमाल नहीं किए जा सके, यानी जनता की गाढ़ी कमाई नेता और भ्रष्ट अधिकारी डकार गए।