करनाल (के सी आर्य) जिले में 13 मरीजों में डेंगू की पुष्टि, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, कोरोना महामारी से जंग लड़ रहे स्वास्थ्य विभाग के सामने अब डेंगू के बढ़ते मामले चुनौती बनकर सामने आए हैं। जिससे स्वास्थ्य विभाग एक्शन मोड में है। अस्पताल के डेंगू वार्ड में बेड की संख्या बढ़ाने के साथ चिकित्सीय सुविधाओं को लेकर अधिकारी गंभीर हैं।
हालिया बारिश से मच्छरों के पनपने का अनुकूल मौसम बन गया है और रोजाना नागरिक अस्पताल में कई संदिग्ध डेंगू के मरीजों की जांच की जा रही है। दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग टीमें घर-घर जाकर लार्वा जांचने के साथ जागरूक भी कर रही हैं। सिविल सर्जन डा.योगेश शर्मा ने कहा है कि डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया से बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में लोगों को जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मच्छरों से होने वाली डेंगू गंभीर बीमारी है। ऐसे में लोगों को जागरूक होने की जरूरत है।
वीओ-1- लक्षण नजर आएं तो चिकित्सक से मिलें, डेंगू से हर साल सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा देते हैं। इस बुखार से पीडि़त व्यक्ति में सिरदर्द, रैशेज, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, ठंड लगना, कमजोरी, चक्कर आने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। डेंगू से पीडि़त व्यक्ति को ज्यादा से ज्यादा लिक्विड डाइट लेनी चाहिए। इसके अलावा इन लक्षणों के नजर आते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। मानसून में एडिस मच्छर के काटने से चिकनगुनिया होता है। इसके लक्षण डेंगू से मिलते-जुलते होते हैं। ये मच्छर ज्यादातर दिन के समय काटते है। सिरदर्द, आंखों में दर्द, नींद न आना, कमजोरी, शरीर पर लाल चकत्ते बनना और जोड़ों में तेज दर्द इस बीमारी के लक्षण है। इस बीमारी से बचने के लिए घर के आस-पास सफाई रखें ताकि मच्छर न पैदा हो सके,