फरीदाबाद (म.मो.) गरीब की बस्तियों को अवैध बता कर उजाडऩे में जहां प्रशासन सदैव उतावला रहता है वहीं, प्रभावशाली एवं साधन सम्पन्न लो$गों के अतिक्रमण की ओर तो अधिकारीगण नज़र उठा कर भी नहीं देखते।
ऐसा एक मामला सेक्टर 17 के मकान नम्बर 595 का सामने आया है। करीब 500 गज का यह प्लॉट बाइपास की ओर ग्रीन बेल्ट से सटा है। पहले यह ग्रीन बेल्ट करीब 150 फीट की होती थी जो सडक़ चौड़ी करने के चलते अब आधी रह गयी है। प्लॉट मालिक विनोद कुमार, चेयरमैन जिला परिषद् ने अपने प्लॉट के पीछे लगती ग्रीन बेल्ट का नाजायज फायदा उठाते हुए करीब 25 फीट तक इस पर कब्जा करके अपने प्लॉट का रकबा बढ़ा लिया।
‘हूडा’ कायदे-कानूनों के अनुसार प्लॉटधारक को मकान के पीछे व सामने खाली जगह छोडऩी होती है, इस नियम की भी उल्लंघना कर रखी है। इस प्लॉट की उत्तर दिशा में भी करीब 30 मीटर बढा कर 200 वर्ग मीटर रकबे को अपने प्लॉट में अवैध रूप से मिला रखा है। अवैध रूप से कब्जाई गयी इस जगह पर बाकायदा पक्का निर्माण कर लिया गया है। सवाल ‘हूडा’ के उन अधिकारियों पर बनता है कि जब मकान का सर्वे करके कम्पलीशन दिया गया तो सम्बन्धित अधिकारियों ने क्या देखा था? यदि कम्पलीशन लेने के बाद यह सब गड़बड़ झाला किया गया तो क्या उस पर कार्यवाही करना ‘हूडा’ का दायित्व नहीं है?