करनाल। सेक्टर-12 स्थित पार्क में ग्रामीण चौकीदारों का महापड़ाव दूसरे दिन भी जारी, लेकिन मांगों को लेकर चौकीदारों के प्रतिनिधि मण्डल से सीएम से मुलकात का समय मिलने के बाद चौकीदारों ने महापड़ाव समाप्त कर दिया। मांगों को लेकर दो दिन से पार्क के शेड के नीचे चौकीदार डेरा डालकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते रहे। चौकीदारों का कहना है कि पिछले काफी समय से वह अपनी मांगें पूरी कराने के लिए अधिकारियों से लेकर सत्तासीनों को ज्ञापन दे चुके है। परन्तु उन्हें आश्वासनों के सिवाय कुछ नहीं मिला। सरकार ने आज तक उनकी मांग पूरी नहीं की, जिस कारण विवश होकर उन्हें आंदोलन का रास्त चुनने पड़ा। चौकीदारों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वह बड़ा आंदोलन छेडऩे से पीछे नहीं हटेंगे।
दो दिन के महापड़ाव में चौकीदार सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाकर सरकार विरोधी नारेबाजी करते रहे। चौकीदारों के प्रदर्शन के आज दूसरे दिन प्रशासन ने आंदोलनरत चौकीदारों को सरकार से वार्ता का भरोसा दिलाकर उनसे 5 सदस्य प्रतिनिधि मण्डल के चण्डीगढ़ जाकर बातचीत कराने का समय तक करा दिया। चौकीदारों ने मांग की कि उनको 24 हजार रुपए न्यूनतम वेतन दिया जाना चाहिए। जिन गांवों में जनसंख्या अधिक है, वहां पर चौकीदारों की संख्या बढ़ाई जाए और 6 माह में वेतन के साथ महंगाई भत्ता दिया जाए। कोरोना की चपेट में आने से मौत होने पर चौकीदार को 20 लाख रुपए बीमा राशि व परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिए जाने का प्रावधान होना चाहिए। देखना है कि अब चौकीदारों के साथ सरकार से वार्ता के बाद कौन सी मांगें मानी जाएगी तथा चौकीदार सरकार से कितने संतुष्ट होंगे।