फरीदाबाद (म.मो )हरियाणा के मुख्यमंत्री, खट्टर व अन्य मंत्री तथा विधायक ताबड़-तोड़ तरीके से जनता द्वारा टैक्स के लाखों करोड़ों रुपये से लगातार रोज नये-नये उद्घाटन करते नजर आ रहे हैं। जैसे हाल ही में एनआईटी स्थित बस स्टैंड की सैकड़ों करोड़ की जमीन को एक निजी कम्पनी को सौंपने का उदघाटन, बीके अस्पताल में अपने मित्र की संस्था ‘शुद्ध रसोई’ का उद्घाटन, अपनी पार्टी विधायक के जन्मदिन के अवसर पर सेक्टर 12 स्थित टाउन पार्क में पक्षी घर का उद्घाटन व अन्य ऐसे बहुत से हैं।
उद्घाटन करना इन मंत्री व विधायक के लिए बहुत आसान बात है, क्योंकि किसी भी उद्घाटन में किया गया खर्चा इनकी जेब से होता नहीं है, जनता का पैसा हैं खूब उड़ाओ, पर बात आती है व्यवस्था की जिसमें इस सरकार ने अपनी तो नाक कटबा ही रखी है और इसके साथ-साथ इन्होंने लोगो की नाक में भी दम कर रखा है। फरीदाबाद में ऐसा कोई शायद ही सेक्टर और कॉलोनी होगी जहां पीने के पानी, सीवरेज, नाली व टूटी फूटी सडक़ो की समस्या न हो, पर इन सभी हालातों के बारे में जब केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गूर्जर से एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान इस संवाददाता द्वारा पूछा गया तो उन्होंने यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया की शहर में 40 साल पुरानी व्यवस्था को सुधारा जा रहा है इसलिये ऐसा हाल हैं। कुछ दिनों पहले बीके अस्पताल में मंत्री गूर्जर के मित्र की एक संस्था ‘शुद्ध रसोई’ का उद्घाटन करने हेतु मंत्री अपने विधायक व अन्य दल-बल के साथ पहुंचे और एक भाषण भी दिया इसी दौरान संवाददाता ने उनसे बीके के सूरतेहाल का जिक्र किया जिसमे उन्होंने बताया की अस्पताल में दवाइयों का काफी अभाव है, कोई भी मरीज अगर यहाँ दवाई लेने आता है तो डाक्टरों द्वारा लिखी पांच दवाईयों में से दो ही मिल पाती हैं, बाकी उन्हें बाहर से खरीदना पड़ता हैं। इतना ही नहीं आपातकाल विभाग में तो कई बार चोट पर लगने वाली पट्टी भी मरीज को खुद खरीद कर लानी पड़ती है। यह सब सुनकर मंत्री बातो को अनदेखा सा करते हुए यह कहकर चलते बने की आपने बताया है इस पर गौर किया जायेगा।
सुधी पाठक इस बात को भली-भांति जान ले की इसी संवाददाता द्वारा इन मंत्री और इनके साथ आई विधायक सीमा त्रिखा को इस बात की जानकारी पांच बार दे चुकें है, पर इन्होने तो सिर्फ उद्घाटन की जिम्मेदारी ली हैं, व्यवस्था जाये भाड़ में।