करनाल। ऑनलाइन टास्क पूरा करने पर मोटी कमाई करने का झांसा देकर साइबर ठगी के जरिए लोगों के बैंक अकाउंट खाली करने के आरोप में साइबर थाने की टीम ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक करनाल प्रबीना पी आईपीएस के अनुसार 24 फरवरी 2024 को हुई साइबर ठगी की घटना का खुलासा करने के लिए प्रबंधक थाना साइबर क्राइम निरीक्षक राकेश कुमार के नेतृत्व में टीम गठित की गई थी। जांच कर रही टीम ने पंजाब के फहेताबाद अमलोह निवासी खुशविन्द्र सिंह और प्रिन्स बैंस को नौ अप्रैल को पंजाब से गिरफ्तार किया। खुशविन्द्र सिंह को जेल भेज दिया गया जबकि प्रिन्स को रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई। उसने साइबर ठगी में शामिल सिमरन अरोड़ा निवासी रामगढ़ चौंक साहनेवाल, लुधियाना के बारे में जानकारी दी। गिरफ्त में आने पर सिमरन ने साथी अनुश निवासी गांव चोयला भुतोवाला चंद्रबनी मोहब्बेवाला देहरादून हाल डमटाल इंदौरा जिला कांगड़ा के बारे में बताया, उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में आरोपियों ने ठगी करने का तरीका बताया। उनके अनुसार वो लोगों को ऑनलाइन टास्क पूरा कर रुपये कमाने का झांसा देते थे। पंजीकरण और कमाई गई रकम खाते में डालने के बहाने लोगों से उनके आधार, पैन, बैंक खाते, डेबिट, क्रेडिट कार्ड की पूरी जानकारी इकट्ठा कर लेते, और फिर उनके खाते से रुपये निकाल लेते। आरोपियों के पास से ठगी में इस्तेमाल किए गए चार मोबाइल, चार सिम कार्ड और ठगी के 28,500 रुपये बरामद हुए। रिमांड पूरी होने पर सभी को अदालत में पेश किया गया जहां न्यायाधीश ने चारों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।