फरीदाबाद। दिनांक 28 जून मंगलवार को बल्लभगढ़ मेन बाजार घंटा घर से आंबेडकर चौक तक मूलचंद शर्मा के भाई टिप्पर चंद ने अपने कुछ चेले चपाटों के साथ एक फेरी निकाली। लगभग 20-25 लोगों कि ये भीड़ जय श्री राम के नारे लगाते हुए गुजर रही थी। सोशल मिडिया पत्रकार के पूछे जाने पर की उनका इस फेरी का क्या उदेश्य है तो उन्होंने बताया की वह हिन्दुओं को जगाना चाहते है जिसके लिए वह हर मंगलवार को इसी तरह से फेरी निकाल कर हिन्दुओं को जगायेंगे। अभी पत्रकार द्वारा सवाल जवाब हो रहे थे कि अचानक उसी रास्ते में एक गटर का ढक्कन खुला हुआ था जिसमे पत्रकार साहब जा गिरे। जैसे-तैसे करके उन्हें निकाला गया पर मंत्री के भाई का कारवां चलता रहा। उन्होंने तो हिन्दुओं को जगाने का बीड़ा जो उठाया है चाहे वह खुद न जागें। वैसे टिप्पर चंद के जागने से कोई फर्क भी नहीं पड़ता, इस बेचारे के हाथ में कुछ है भी नहीं। ये तो अपने छोटे भाई मूलचंद की आड़ में कुछ न कुछ करतब दिखाता ही रहता है। जागना तो उन मंत्री साहब को होगा जो उद्घाटन के नशे में चूर हैं। रोज कहीं न कहीं उनके खोखले उदघाटन का फोटो सेशन चल रहा होता है।
देखा जाए तो किसी का गटर या गड्डे में गिरना विशिष्ट लोगों को बहुत आम बात लगती होगी। दूर जाने की जरूरत नहीं है, सेक्टर 7-8 की डिवाइडिंग के नजदीक सेक्टर 10 वाली रोड पर किसी भी बरसात के चलते इतना पानी इक_ा हो जाता है जिससे न रास्ता और न ही इन रास्तों में खुले गटर और गड्डे नजर आते हैं। जिसकी वजह से न जाने कितने लोग इनमे गिरते हैं और उन्हें गंभीर चोटे लगती हैं। ये चोटें कई बार इतनी गंभीर होती हैं कि लोगो की मौत भी हो जाती है।
ये साहब लोगों को जगाने निकले हैं, अरे साहब आप पहले खुद तो जाग जाओ। अपनी जिम्मेदारियों को तो ढंग से पूरा करो, आपकी लापरवाही से लोगो की जाने चली जाती हैं। राठौर ने बताया कि उन्हें मेनहोल में गिरते देखकर टिप्पर चंद ने मुंह फेर लिया, बजाए उनकी सहायता करने के साम्प्रदायिक जहर के बीज बोने के लिए आगे बढ़ गये। यह संवेदनहीनता की पराकाष्ठा नहीं तो क्या है?