करनाल (मजदूर मोर्चा) विश्व पुस्तक दिवस के उपलक्ष्य में पुलिस लाइन में सरदार पटेल पुलिस पुस्तकालय की स्थापना की गई।
पुस्तकालय में सभी आयु वर्ग ये नारी पुरुष ज्ञान पिपासा शांत कर पाएंगे। ऑनलाइन युग में पुस्तकालय में पुस्तकों के साथ ही डिजिटल प्लेटफार्म पर पुस्तकें पढऩे की पूरी व्यवस्था है। ई पुस्तकें पढऩे के लिए 18 कंप्यूटर, 6 किंडल और स्मार्ट बोर्ड की व्यवस्था की गई है। इन प्लेटफार्म पर लगभग सभी प्रमुख भाषाओं में ई पुस्तकें उपलब्ध हैं। पुलिस लाइन में निवास करने वाले बच्चों में विश्व नागरिक बोध जगाने के लिए विदेशी भाषा लर्निंग केंद्र स्थापित किया गया है। स्पेनिश, फ्रेंच, जैपनीज एवं अंग्रेजी भाषा के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए लर्निंग केंद्र में ऑनलाइन माध्यम से विशेष रूप से प्रशिक्षक उपलब्ध कराया जा रहा है। वर्ल्ड रीडर आर्गेनाइजेशन के सौजन्य से विश्व क्लासिक साहित्य एवं अन्य विषयों की 25,000 से अधिक ई-बुक्स उपलब्ध है। 100 लोगों के लिए बैठकर पढऩे के लिए वातानुकूलित कक्ष एक ऐसे केंद्र के रूप में स्थापित किया गया है, जो पुलिस लाइन परिसर एवं आसपास के नागरिक समाज की नई पीढ़ी को ज्ञान के आधुनिकतम स्वरूप के माध्यम से समाज को सशक्त करने का प्रयोग है।
विश्व पुस्तक दिवस के उपलक्ष्य पर पुलिस अधीक्षक दीपक सहारन ने बताया कि पुस्तकालय में प्रतिदिन 50 से अधिक पाठक एक समय में उपस्थित रहते हैं। यह पुस्तकालय नागरिक और पुलिस समाज की नई पीढ़ी के लिए अध्ययन केंद्र बन गया है। विश्व पुस्तक दिवस पर पुलिस लाइन करनाल में किताबों की दुनिया पुलिस नागरिक समाज के मध्य संवाद का मंच बन गया है। ग्रीष्मकालीन छुट्टियां में नेशनल बुक ट्रस्ट व एनसीईआरटी द्वारा रचनात्मकता कार्यशालाएं आयोजित की जाएगीं।4000 से अधिक हिंदी, अंग्रेजी, पंजाबी भाषा की किताबें जिसमें बाल साहित्य, सामान्य ज्ञान, इतिहास, विज्ञान के साथ-साथ विशेष रूप से प्रतियोगी परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण किताबों का संग्रह एकत्रित किया जा रहा है। पुस्तकालय वर्गीकरण के सिद्धांत को आत्मसात करते हुए कंप्यूटर कैंटलॉगिंग की गई है।