करनाल। सुप्रीम कोर्ट द्वारा हरियाणा में प्रथक गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के गठन और इससे संबंधित एक्ट को लीगल करार देने के लिए यदि किसी को श्रेय देना चाहिए तो केवल पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को जाता है। भाजपा तो शुरू से ही हरियाणा में सिखों के लिए प्रथक गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के विरोध में रही है। करनाल की सिख संगत जल्द ही पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का अभिनंदन करेगी। यह जानकारी जिला कांग्रेस के संयोजक त्रिलोचन सिंह ने दी।
उन्होंने बताया कि हरियाणा के गठन के बाद से ही हरियाणा के सिख अपने लिए प्रथक गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की मांग कर रहे थे। मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के साथ ही तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सिखों के लिए हरियाणा में प्रथक गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के गठन के लिएकाम शुरू कर दिया। पहले चट्ठा कमेटी बनाई बाद में हरियाणा के लिए कानून बनाकर प्रथक गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का गठन कर दिया। उन्होंने जिस तरह से कानून बनाया। उसे भारत का सबसे बड़ा कोर्ट सुप्रीम कोर्ट भी नजर अंदाज नहीं कर सका। मुख्यमंत्री के रूप में भूपेंद्र सिंह हुडडा कानून के भी बेहतर जानकार थे। उन्होंने किसी भी पक्ष को नजरअंदाज नहीं किया। यही कारण है कि आखिरकार सुप्रीम केार्ट ने सभी आपत्तियों को खरिज कर दिया। भाजपा नेता जो कल तक विरोध कर रहे थे वह अब किस मुंह से अपना मुंह मीठा करवा रहे हैं। सिख संगत अपने विराधियों को भली भांति पहचानती हैं। हरियाणा की सिख संगत हमेशा पूर्व सीएम हुड्डा की आभारी रहेगी।
इसके लिए आज भाजपा सरकार जो श्रेय लेने की कोशिश कर रही है उसे केवल मौका परस्ती कहा जा सकता है। संघर्ष के समय भाजपा पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की गोद में बैठकर उसका विरोध कर रही थी।