आज़ाद नगर की गुडिय़ा को न्याय मिलने तक आंदोलन ज़ारी रहेगा

आज़ाद नगर की गुडिय़ा को न्याय मिलने तक आंदोलन ज़ारी रहेगा
October 23 13:27 2022

‘क्रांतिकारी मज़दूर मोर्चा’ का निश्चय
फरीदाबाद (म.मो.)फरीदाबाद की मज़दूर बस्ती, आज़ाद नगर की गुडिय़ा को न्याय दिलाने की तहरीक़, 11/12 अगस्त की रात, उसके साथ हुई वहशी बर्बरता और उसकी जघन्य हत्या के बाद से ही लगातार ज़ारी है. उसी कड़ी में, शहीद-ए-आज़म भगतसिंह के जन्म दिन, 28 सितम्बर को सेक्टर 12 स्थित लघु सचिवालय पर एक मोर्चा, प्रदर्शन और नारे-बाज़ी के साथ सभा हुई थी. न्याय की मांग करते हुए, डी सी की माफऱ्त, मुख्यमंत्री हरियाणा को एक ज्ञापन दिया गया था. उसी सभा के दौरान डी सी कार्यालय से एक संदेशा प्राप्त हुआ था, कि आप धरने-प्रदर्शन तो करते ही रहते हैं, कभी साहब से रूबरू भी तो मिलिए. इससे उन्हें सही अंदाज़ हो जाएगा कि करना क्या है?

उस सलाह को सम्मान देते हुए, ‘क्रांतिकारी मज़दूर मोर्चा, फरीदाबाद, का प्रतिनिधि मंडल, 20 अक्तूबर को श्री विक्रम सिंह, डी सी, फऱीदाबाद से मिला. उन्हें आज़ाद नगर की समस्याओं के बारे में तफ्शील से बताया और फरीदाबाद प्रशासन को तत्काल क्या करना चाहिए, ये समझाया. साथ ही, उनसे अनुरोध किया कि वे स्वयं आज़ाद नगर का दौरा करें जिससे फाइलों के बाहर की हकीक़त मालूम पड़े. डी सी महोदय ने अच्छी तरह सारी बातें सुनीं, और ये माना कि आज़ाद नगर की गुडिय़ा के साथ जो हुआ, वह बहुत जघन्य है, शर्मसार करने वाला है. साथ ही, ये भी स्वीकार किया, कि उसके बाद भी वहाँ शौचालय नहीं बना और आज भी लोग शौच के लिए रेल पटरियों के किनारे जाने को मज़बूर हैं, ये शर्मनाक है. इससे भी पीड़ादायक हक़ीक़त, जो उन्हें मालूम नहीं थी और आज मालूम पड़ी, वह ये है कि ‘चन्द्रिका प्रसाद स्मारक सार्वजनिक केंद्र’ में सार्वजनिक शौचालय मौजूद है, जो दक्षिण हरियाणा बिजली निगम द्वारा बिजली काट दिए जाने और वहाँ कार्यरत मज़दूर को वेतन ना दिए जाने के कारण बंद पड़ा है!!

ऐसी दर्दनाक घटना हो जाने और लोगों के बार-बार वहाँ आकर चिल्लाने के बावजूद भी, वह शौचालय शुरू कराने की ज़रूरत फरीदाबाद नगर निगम को महसूस नहीं हुई!! डी सी महोदय ने, अपने स्टाफ को उसी वक़्त, हमारे सामने हिदायत दी कि इस सम्बन्ध में एक कडक़ पत्र फरीदाबाद नगर निगम को लिखा जाए. हमारे ज्ञापन के साथ, उस पत्र की प्रति भी माननीय मुख्यमंत्री हरियाणा को भेजी जाए. डी सी की माफऱ्त, मुख्यमंत्री हरियाणा को दिए गए ज्ञापन को तत्काल रजिस्टर किया गया. उसका डायरी नंबर 2425277/ 20.10.2022 है. इसके बाद, ‘क्रांतिकारी मज़दूर मोर्चा, फरीदाबाद’ की टीम, श्री जितेंदर दहिया, निगमायुक्त, फरीदाबाद नगर निगम को, व्यक्तिगत तौर पर परिस्थिति की गंभीरता को समझाने और उनकी माफऱ्त मुख्यमंत्री हरियाणा को ज्ञापन देने, उनके दफ्तर पहुंची.

निगमायुक्त सरकारी काम से दौरे पर थे. इसलिए, श्री बी के कर्दम, मुख्य इंजीनियर, नगर निगम फऱीदाबाद, को विस्तार से मसले की गंभीरता को समझाया गया, और उन्हें डी सी महोदय की भावनाओं से अवगत कराया गया. उन्होंने तत्काल एग्जीक्यूटिव इंजीनियर, श्री पद्म भूषण को फोन लगाकर कहा कि कल के कल, अर्थात 21.10.2022 तक, बंद पड़ा शौचालय शुरू होना चाहिए.

एग्जीक्यूटिव इंजीनियर ने उन्हें बताया कि उस शौचालय की सम्पूर्ण मरम्मत का रु 10 लाख का टेंडर हुआ था. उसकी आखिरी तारीख 19.10.2022 थी, लेकिन किसी भी ठेकेदार ने वो टेंडर नहीं भरा. उन्होंने भरोसा दिलाया कि पहली प्राथमिकता पर उस टेंडर को और आसान शर्तों के साथ दोबारा ज़ारी किया जाएगा. वर्त्तमान शौचालय की मरम्मत जल्दी से जल्दी पूरी की जाएगी और उसके आलावा एक नया सार्वजनिक शौचालय भी प्राथमिकता पर बनाया जाएगा.

साथ ही उन्हें क्रांतिकारी मज़दूर मोर्चा टीम द्वारा नोट कराया गया कि सेक्टर 24 में मौजूद, ‘चन्द्रिका प्रसाद स्मारक सामुदायिक केंद्र’ खँडहर जैसा हो गया है. बस्ती में कोई भी सरकारी स्कूल ना होने के कारण कुछ सामाजिक सरोकार रखने वाले लोग वहाँ मज़दूरों के बच्चों को निशुल्क पढ़ाते हैं. ईमारत जज़ऱ्र होने के कारण वहाँ, कभी भी, कोई गंभीर हादसा घट सकता है. मुख्य इंजीनियर ने इस कार्य को भी जल्दी कराने का आश्वासन दिया. निगमायुक्त से व्यक्तिगत रूप से मिलकर उन्हें 21 अक्टूबर को ज्ञापन सौंपा जाएगा. हमारी मांगें:

1) पीडि़त परिवार अनुसूचित जाति से है. उन्हें निर्धारित आर्थिक मदद रु 10 लाख तत्काल दी जाए.

2) आज़ाद नगर सेक्टर 24 में मौजूद शौचालय की बिल्डिंग की आवश्यक मरम्मत कर वहाँ सुलभ शौचालय को तत्काल शुरू किया जाए. कम से कम एक और शौचालय का निर्माण किया जाए.
3) सेक्टर 24 स्थित ‘चन्द्रिका प्रसाद स्मारक सामुदायिक केंद्र’ की मरम्मत की जाए. सामाजिक सरोकार रखने वाले कुछ सज्जन वहाँ बच्चों को पढ़ाते हैं. वहाँ कोई भी गंभीर हादसा हो सकता है.

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Mazdoor Morcha
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