वर्दी की गुंडागर्दी, वीडियो बनाने पर युवक को थाने में पीटा

वर्दी की गुंडागर्दी, वीडियो बनाने पर युवक को थाने में पीटा
March 26 15:11 2023

रीदाबाद मज़दूर मोर्चा। वर्दी के रौब और थानेदारी की मद में चूर एसएचओ आदर्शनगर कुलदीप कुमार ने थाने पर आए युवक को पटक कर पीटा और जूते मारते हुए हवालात में बंद करने की धौंस दे डाली। युवक ने विरोध किया तो झूठे केस में जेल भेजने की धमकी भी दी। पीडि़त ने गुंडागर्दी कर रहे थानेदार की शिकायत 112 पर की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। न्याय पाने के लिए पीडि़त ने मानवाधिकार आयोग, मुख्यमंत्री, पुलिस आयुक्त आदि को ईमेल से शिकायत भेजी। सुनवाई नहीं होने पर पीडि़त मिनी सचिवालय बल्लभगढ़ के गेट पर धरना दे रहा है।

पीडि़त अतुल कुमार 2019 में बल्लभगढ़ विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी रहे हैं। वह सांस्कृतिक संगठन देव सेना से जुड़े हैं। अतुल कुमार के मुताबिक इस बार उनका संगठन आदर्श नगर के रामलीला ग्राउंड में होलिका दहन करने की तैयारी कर रहा था। इसका विरोध स्थानीय भाजपा नेता कैलाश वशिष्ठ ने किया और उन लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दे दी। मामले में अपना पक्ष रखने के लिए वह संगठन के अन्य सदस्यों के साथ 16 मार्च को आदर्शनगर थाने गए थे। वहां दूसरे पक्ष के लोग भी इकट्ठा थे। अतुल ने अपने मोबाइल से लाइव वीडियो वायरल कर दी। उनकी यह बात एसएचओ कुलदीप कुमार को इतनी बुरी लगी कि बिना कोई चेतावनी दिए उन्हें पटक दिया और पिटाई कर दी। अतुल ने विरोध किया तो जूते मारते हुए हवालात में दे देने और झूठे केस में जेल भेज देने की धमकी दे डाली। अतुल ने तुरंत ही 112 पर कॉल कर एसएचओ के खिलाफ मारपीट करने की रिपोर्ट दर्ज करने का आग्रह किया लेकिन शिकायत सुनने वाले ने तवज्जो नहीं दी। न्याय पाने के लिए अब वह धरने पर बैठे हैं। जब पुलिस एक राजनैतिक-सामाजिक पहचान वाले और टैक्स अदा करने वाले व्यक्ति के साथ इस तरह पेश आती है तो आम आदमी की बिसात ही क्या?

इस मामले में पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा से पुलिस का पक्ष जानने का प्रयास किया गया लेकिन हमेशा की तरह उनका फोन नहीं उठा। बुधवार को डीसीपी बल्लभगढ़ कुशलपाल सिंह से बात करने पर उन्होंने बताया कि पीडि़त से अभी-अभी बात हुई है। उन्हें दो दिन में कार्रवाई करने का आश्वासन देकर धरना समाप्त करने को कहा गया है।

इसके विपरीत पीडि़त अतुल का कहना है कि दो दिन का क्या मतलब? वारदात हुए सप्ताह से ऊपर हो गया, अभी तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई? क्यों नहीं कानूनी शक्ति का दुरुपयोग करने वाले अपराधी एसएचओ के विरुद्ध उचित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया? जब तक उस अपराधी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज नहीं होगा उसका आन्दोलन जारी रहेगा। सामान्य नागरिकों के जनतांत्रिक मानवाधिकारों को बचाये रखने के लिये ऐसे उद्दंड पुलिसियों के विरुद्ध संघर्ष करना निहायत जरूरी है।

सुप्रीम कोर्ट का है आदेश थाने में लगें सीसीटीवी कैमरे

पुलिस थानों में होने वाली गुंडागर्दी और मारपीट पर नकेेल कसने के लिए थानों के भीतर सभी जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने का उच्चतम न्यायालय का आदेश है। खुद तो इन पुलिस वालों ने क्या कैमरे लगाने थे, अपने ऊपर होने वाली गुंडागर्दी का वीडियो बनाने का प्रयास करने पर ही एसएचओ कुलदीप कुमार पीडि़त पर टूट पड़े। पीडि़त को चोट तो आई हीं मोबाइल भी क्षतिग्रस्त हो गया। अतुल का आरोप है कि एसएचओ कुलदीप शिकायतकर्ता कैलाश वशिष्ठ का पक्ष लेकर दबाव बना रहे थे, वीडियो में यह वायरल होने से उनकी कार्यशैली पर प्रश्रचिह्न उठते। यही कारण है कि उन्होंने कैमरा बंद कराने के लिए अतुल पर हमला बोल दिया। जाहिर है यह सब उद्द्ंडता एसएचओ अपने मालिकान यानी कि सत्तारूढ़ पार्टी के छुटभैये के प्रति अपनी वफादारी साबित करने के लिए कर रहा था।

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Mazdoor Morcha
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