फरीदाबाद की सबसे बड़ी डबुआ सब्जी मंडी काफी समय से लगातार घोटालों को लेकर चचाओं में है। विधायक नीरज शर्मा ने बताया कि फरीदाबाद की डबुआ सब्जी मंडी में पार्किंग का टेंडर निकाला गया था, जिसमें 5 व्यक्तिओं के द्धारा आनलाईन आवेदन किया गया था। एच 1-1111101, एच 2-1430708, एच 3-1477711, एच 4-1567777, एच 5-1612111 थी। नियमानुसार एच 5 को टेंडर दिया जाना चाहिए था और अगर किसी स्थिति में एच -5 वाला व्यक्ति टेंडर नही लेता तो एच -4 वाले को अलाट किया जाना चाहिए था। अगर एच -5 और एच -4 दोनों ही टेंडर नही लेते तो नियमानुसार पुन: टेंडर किया जाना चाहिए था जोकि नही किया गया और अधिकारियों ने मिलीभगत करके एल-3 मलिक टैगिंग कम्पनी को ठेका दे दिया गया। जब एच -5 और एच -4 द्वरा टेंडर नहीं लिया गया तो उसकी ई.एम.डी की राशि जब्त की जानी चाहिए थी जोकि जब्त ना करके वापिस कर दी गई। ई.एम.डी की राशि किसके आदेशों के तहत जारी की गई और पुन: टेंडर प्रक्रिया क्यों नही किया गया यह जांच क विषय है। विधायक नीरज शर्मा ने बताया कि मामले की जानकारी मिलते ही उनके द्वारा मंत्री महोदय, अतिरिक्त मुख्य सचिव, मुख्य प्रशासक को लिखित इसकी शिकायत की दी गई थी।
विधायक नीरज शर्मा ने कहा कि इस पूरे मामले में लगभग 50 लाख रुपए का घोटाला है। सरकार को इसकी पूर्ण जांच करके दोषी अधिकारियों से घोटाले की राशि वसूली जानी चाहिए।