पलवल पुलिस की दुर्घटना मामले में मनमानी

पलवल पुलिस की दुर्घटना मामले में मनमानी
March 10 08:33 2024

पलवल (मज़दूर मोर्चा) लोग दुर्घटना या अन्य विपत्तियों में सबसे पहले पुलिस को याद करते हुए इस आशा से सूचित करते हैं कि पुलिस उनकी मदद अवश्य करती है लेकिन पलवल पुलिस से कोई मदद की आशा बिलकुल न करे।

एक व्यक्ति अपनी कार से चार मार्च की रात लगभग आठ बजे होडल से बल्लबगढ़ की ओर जा रहा था। आगरा चौक पर ट्रैफिक पुलिस के कर्मचारी ने ट्रैफिक रुकने का इशारा किया हुआ था, थोड़ी देर बाद ट्रैफिक खुलने का इशारा पाकर उन्होंने अपनी कार जैसे ही थोड़ा आगे बढ़ाई उसी समय सोहना की तरफ से हाइवे पर एक कार तेज स्पीड में आई और अपनी लाइन में चल रही कार में दाएं ओर से बहुत जोर से टक्कर मार दी जिसके कारण कार पलटते पलटते मुश्किल से बची। टक्कर मारने के बाद बजाय रुकने के दोषी चालक कार को तेजी से भगा ले गया।

इस पीडि़त ने अपने गाड़ी को उनके पीछे लगा दिया आगे अलीगढ़ चौक पर लगे जाम के कारण चालक कार भगा नही पाया और उसे रुकना पड़ा। इस पर पीडि़त ने उनको रोक कर बात करनी चाही तो पाया कि दोषी चालक नशे में धुत था इस पर पीडि़त ने 112 नंबर पर फोन करके सहायता मांगी। आधा घंटा बाद आई पीसीआर के सिपाहियों ने शराब पिए चालक के फोटो भी लिए। इसी बीच टक्कर मारने वालों ने फोन करके दस बारह गुंडे बुला लिए जो तुरंत पहुंच गए। गुंडों ने आकर झगड़ा करना शुरू कर दिया। झगड़ा देखकर पीडि़त ने किसी तरह स्थानीय पुलिस से संपर्क किया और मदद मांगी। इस पर ट्रैफिक पुलिस का एक एसआई व दो सिपाही आए तो लेकिन मदद करने के बजाय उन्होंने बजाय उन लोगों ने शराब के नशे में चूर दोषी चालक को ही भगा दिया।

इसके बाद पीडि़त को पुलिस कार्रवाई करने के लिए सिटी थाना पहुंचने की हिदायत देकर गायब हो गए। थाने में भी चालक को छोडक़र पांच छह गुंडे पहुंच गए और तरह तरह की धमकी देने लगे। सिटी थाने में पहुंचकर भी कोई कार्रवाई तो दूर वहां मौजूद मुंशी ने कहा कि नुकसान तो दोनो का हुआ है लिखकर दे दो दोनो पक्षों पर कार्रवाई होगी। काफी देर तक भी कोई करवाई होती न देखकर पीडि़त अपना माथा पकडक़र अपने घर चला आया। ये है पलवल पुलिस का पुलिसिया चेहरा।

  Article "tagged" as:
  Categories:
view more articles

About Article Author

Mazdoor Morcha
Mazdoor Morcha

View More Articles