मुर्गी अंडे दे रही थी और मालिक बेच रहा था…. मुर्गी देशहित में अंडे दे रही थी…

मुर्गी अंडे दे रही थी और मालिक बेच रहा था…. मुर्गी देशहित में अंडे दे रही थी…
February 08 02:00 2023

फिर एक दिन मुर्गी का नया मालिक आया और उस मालिक ने कहा -’’ आज राष्ट्र को तुम्हारे अंडों की जरूरत है। यदि तुम चाहती हो की तुम्हारा घर सोने का बन जाये तो जम के अंडे दिया करो। आज तक तुमसे अंडे तो लिये गये लेकिन तुम्हारा घर किसी ने सोने का नही बनवाया। हम बनवाएंगे, तुम्हारा विकास करके छोड़ेंगे।’’ मुर्गी खुशी से नाचने लगी। उसने सोचा देश को मेरी भी जरूरत पड़ती है वाह मैं एक क्या कल से दो अंडे दूंगी। देश है तो मैं हूं वह दो अंडे देने लगी।

मालिक खुश था अंडे बेचकर पैसे कमा रहा था। उसने मुर्गी की खुराक कम कर दी मुर्गी चौंकी -’’ आज मुझे पर्याप्त खुराक नहीं दी गई कोई समस्या है क्या? तब मालिक ने कहा देश आज संकट में है किसी भी मुर्गी को पूरा अन्न खाने का हक नहीं। जब तक एक भी मुर्गी भूखी है मैं खुद पूरा अहार नहीं लूंगा हम देश के लिए संकट सहेंगे।’’ मुर्गी आधा पेट खाकर अंडे देने लगी मालिक अंडे बेचकर अपना घर भर रहा था।

बरसात में मुर्गी का घर नहीं बन पाया। मुर्गी बोली- ’ आप मेरे सारे अंडे ले रहे हैं, मुझे आधा पेट खाने को दे रहे है। कहा था कि घर सोने का बनेगा, नहीं बना। मेरे घर की मरम्मत तो करवा दो’’ मालिक भावुक हो गया -’’ तुमने कभी सोचा है इस देश में कितनी मुर्गियां हैं जिनके सर पर छत नहीं हैं, रात-रात भर रोती रहती हैं तुम्हें अपनी पड़ी है। तुम्हें देश के बारे में सोचना चाहिए अपने लिए सोचना तो स्वार्थ है।’’ मुर्गी चुप हो गई देशहित में मौन रहा ही जाता है। अब वह अंडे नहीं दे पा रही थी

कमजोर हो गई थी! न खाने का ठिकाना न रहने का, वह बोलना चाहती थी लेकिन भयभीत थी पूछेगी तो देशद्रोही ठहरा दी जाएगी। वह पूछना चाहती थी कि इतने पैसे जो जमा कर रहे हो, देशहित में कितना लगाया है लेकिन पूछ नहीं पाई। एक दिन मालिक आया और बोला- -’’ मेरी प्यारी मुर्गी तुझे देशहित में मरना पड़ेगा, देश तुमसे बलिदान मांग रहा है। तुम्हारी मौत हजारों मुर्गियों को जीवन देगा’’ मुर्गी बोली लेकिन मालिक मैने तो देश के लिय बहुत कुछ किया है, मालिक ने कहा अब तुम्हे शहीद होने पड़ेगा। बेचारी मुर्गी को अब सब कुछ समझ आ गया था लेकिन अब वक्त जा चुका था और मुर्गी कमज़ोर हो चुकी थी, मालिक ने मुर्गी का काम लगा दिया। मुर्गी देशहित में शहीद हो गई… जो आप सोच रहे हैं ऐसा बिल्कुल भी नही है। ये सिर्फ एक मुर्गी की कहानी है।
वर्तमान में तो देश बदल रहा है ना?

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Mazdoor Morcha
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