फरीदाबाद (म.मो.) मेवला महाराजपुर, स्थानीय सांसद एवं केन्द्रीयमंत्री कृष्णपाल गूजर का पैतृक गांव है। अपना वोट बैंक बनाये रखने के लिये मंत्री जी ने यहां के निवासियों को काफी विशेष सुविधायें दे रखी हैं। इनमें सबसे बड़ी दो सुविधायें हैं, सरकारी जमीनों पर कब्जे करना व बिजली की चोरी।
यूं तो गांव के अधिकांश घरों में बिजली की चोरी खुलेआम की जाती है लेकिन रेलवे अंडरपास से निकल कर सिद्धदाता आश्रम की ओर जाने वाली सडक़ के दोनो ओर लोगों ने सरकारी ज़मीन पर अवैध कब्जे करके कमरे बना रखे हैं। आस-पास की फैक्ट्रियों में काम करने वाले गरीब मज़दूर इन कमरों में भाड़े पर रहते हैं। तमाम कमरों में चोरी की बिजली सप्लाई की जाती है। चोरी की इस बिजली का पूरा बिल इन कमरों के मालिक किरायेदारों से वसूल करते हैं।
बिजली महकमे की कभी हिम्मत नहीं होती कि इन बिजली चोरों से कभी कुछ कह सके। लिहाज़ा बीते सप्ताह सीएम फ्लाइंग के डीएसपी राजेश चेची के नेतृत्व में भारी दल-बल के साथ बिजली वालों ने वहां चोरी पकडऩे का प्रयास किया। यद्यपि चोरी तो वहां अत्यधिक मात्रा में होती है, परन्तु शान्तिपूर्वक काम को निपटाने के लिये मात्र साढे पांच लाख का जुर्माना करके मामले को निपटा दिया। मजे की बात तो यह है कि चोरी पकड़े जाने व जुर्माना लगने के बावजूद भी वहां चोरी ज्यों की त्यों जारी है।
इस गांव के लिये बिजली चोरी कोई नई बात नहीं है। करीब तीन वर्ष पूर्व शत्रुजीत कपूर आईपीएस जब बिजली महकमे के प्रबन्ध निदेशक होते थे तो उन्होंने भी बिजली चोरी को रोकने तथा बकाया बिलों की वसूली के लिये बहुत जोर लगाया था। उस वक्त तो स्थिति यह थी कि ये लोग न तो बिल भरते थे और न ही कनेक्शन काटने देते थे। ऐसे में कपूर ने जैसे-तैसे समझौते करके कुछ बिल माफ किये तो कुछ वसूले।