मैट्रो कैंसर इंस्टीट्यूट की शिकायत करने वाले को दुष्कर्म के केस में फंसाने की धमकी

मैट्रो कैंसर इंस्टीट्यूट की शिकायत करने वाले को दुष्कर्म के केस में फंसाने की धमकी
May 12 13:26 2024

प्रदूषण नियंत्रण, स्वास्थ्य विभाग और दमकल के मानकों की धज्जियां उड़ा कर चलाया जा रहा अस्पताल

ऱीदाबाद (मज़दूर मोर्चा) सत्ता और पैसे के दम पर नियम मानकों की धज्जियां उड़ाकर बनाए गए सेक्टर 16 ए स्थित मैट्रो कैंसर इंस्टीट्यूट की शिकायत करने वाले व्यक्ति को अस्पताल प्रबंधन के राजेश वशिष्ठ और उसकी महिला दोस्त ने शिकायत वापस लेने अन्यथा जीवन बर्बाद करने की धमकी दी है। युवक को दुष्कर्म के केस में फंसा कर जिंदगी बर्बाद करने की धमकी देने वाली महिला ने बताया कि वह पहले भी एक पुलिसकर्मी सहित कई लोगों पर दुष्कर्म का आरोप लगाकर उनका जीवन बर्बाद कर चुकी है।

मैट्रो अस्पताल के मालिक डॉ. पुरुषोत्तम लाल ने कमाई बढ़ाने की नीयत से वर्ष 2016 में अस्पताल में कैंसर इंस्टीट्यूट खोलने की योजना बनाई थी। मानक पूरे नही होने के कारण प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कंसेंट टू एस्टेब्लिशमेंट (सीटीई) नहीं दी थी। कैंसर के इलाज से मोटी कमाई की लालच में अस्पताल प्रबंधन ने अप्रैल 2021 में दोबारा आवेदन किया। निर्माण स्थल पर वायु और भूजल प्रदूषण नियंत्रण के संबंध में कोई उपाय नहीं होने के कारण प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने अस्पताल प्रबंधन को कारण बताओ नोटिस जारी किया। कोई जवाब नहीं मिलने के कारण बोर्ड ने सीटीई नही दी। सीटीई न मिलने के बावजूद डॉ. पुरषोत्तम लाल ने कैंसर ब्लॉक का निर्माण करवा डाला, इसमें दमकल विभाग, स्वास्थ्य विभाग से भी कोई अनुमति नहीं ली गई।

कैंसर के इलाज में इस्तेमाल होने वाले उपकरण हानिकारक रेडियोएक्टिव विकिरण उत्सर्जित करते हैं। अस्पताल प्रबंधन ने क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत स्वास्थ्य विभाग से अनुमति नहीं ली थी, बिल्डिंग बायलॉज का उल्लंघन कर बनाई गई इमारत को दमकल विभाग ने एनओसी भी नहीं जारी की थी। मानक पूरे नहीं करने के कारण प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने भी न तो सीटीई जारी किया था और न ही कंसेंट टू ऑपरेट (सीटीई) लेकिन प्रबंधन ने मरीज भर्ती करने शुरू कर दिए थे।

मानक और नियमों के उल्लंघन पर शहर के एक जागरूक व्यक्ति ने मेट्रो कैंसर इंस्टीट्यूट के संचालन पर सवाल खड़े करते हुए 2023 में एसडीएम फरीदाबाद से शिकायत की थी। इस दौरान प्रशासन पर दबाव बनाने के लिए मालिकों ने अक्तूबर 2023 को केंद्रीय कैबिनेट मंत्री नितिन गडकरी से कैंसर इंस्टीट्यूट का उद्घाटन करवा दिया। उद्घाटन तो करवा दिया लेकिन मानक पूरे नहीं होने की शिकायत के कारण अधिकारी परेशान हो गए। भरोसेमंद सूत्रों के अनुसार अधिकारियों ने मालिकों से कहा कि यदि शिकायतकर्ता शिकायत वापस ले ले तो मामला रफा-दफा किया जा सकता है। इसका बीड़ा अस्पताल प्रबंधन के खास राजेश वशिष्ठ ने उठाया। उसने अपनी महिला दोस्त को युवक के सेक्टर 86 स्थित कार्यालय भेजा। पीडि़त युवक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि महिला ने उसे अस्पताल के खिलाफ शिकायत वापस लेने अथवा दुष्कर्म के केस में फंसाने की धमकी दी।

युवक ने आनाकानी की तो धमकी दी कि मैने पलवल में एक पुलिसकर्मी को दुष्कर्म के केस में ऐसा फंसाया है जो आज तक नौकरी नहीं कर पा रहा है, मैं और राजेश वशिष्ठ मिलकर तेरा बुरा हाल कर देंगे। राजेश वशिष्ठ के बड़े बड़े अफसरों से संबंध हैं, हमारी पहुंच चंडीगढ़ तक है, मेरे खिलाफ हनीट्रैप के कई केस दर्ज हैं लेकिन राजेश वशिष्ठ के अफसरों से संबंध होने के कारण ही आज तक मेरी गिरफ्तारी नहीं हुई। अब तू शिकायत भी वापस लेगा और मुझे रुपये भी देगा। हनीट्रैप की खिलाड़ी उक्त महिला के राजनीतिक एवं प्रशासनिक प्रभाव से घबरा कर पीडि़त युवक ने थाना खेड़ीपुल में इसकी शिकायत दी, केस दर्ज कर पुलिस ने मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है।

मानकों का उल्लंघन कर चलाए जा रहे मैट्रो कैंसर इंस्टीट्यूट के खिलाफ न तो प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कोई कार्रवाई की, न ही स्वास्थ्य विभाग या दमकल विभाग ने। अस्पताल प्रबंधन पर कमियों में सुधार कराने का दबाव बनाने के बजाय शिकायत वापस लिए जाने पर जोर दिया जा रहा है। इसमें अस्पताल प्रबंधन से लेकर भ्रष्ट अधिकारियों को सहूलियत होगी, और कैंसर मरीजों के इलाज के नाम पर की गई मोटी कमाई की बंदरबांट भी होगी।

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Mazdoor Morcha
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