महिला कर्मचारी का यौन उत्पीडऩ नहीं कर सके तो बर्खास्त किया

महिला कर्मचारी का यौन उत्पीडऩ नहीं कर सके तो बर्खास्त किया
May 05 06:04 2024

हूडा के एक्सईएन अजीत सिंह का कारनामा। पीडि़ता ने सीएम, एचकेआरन चेयरमैन सहित आला अधिकारियों को पत्र लिख कर न्याय की गुहार लगाई

ऱीदाबाद (मज़दूर मोर्चा) हूडा के भ्रष्ट अधिकारियों में शुमार किए जाने वाले एक्सईएन अजीत सिंह अपनी मातहत महिला कर्मचारी का यौन उत्पीडऩ करने जैसे नीच काम पर भी उतर आए। पीडि़ता ने उनके इरादों को कामयाब नहीं होने दिया तो पद का दुरुपयोग करते हुए अजीत सिंह ने उसकी बर्खास्तगी का फरमान एचकेआरएन (हरियाणा कौशल रोजगार निगम) से जारी करा लिया। उनसे गलती ये हो गई कि नौकरी समाप्त करने का आवेदन पीडि़ता की ही ओर से दिया जाना बता कर बर्खास्तगी का आदेश जारी करवाया। पीडि़ता को नोटिस मिला तो उसने मुख्यमंत्री, चेयरमैन एचकेआरएन, हूडा एडमिनिस्ट्रेटर सहित अन्य आला अधिकारियों को पत्र लिख कर नौकरी बरकरार रखने और दोषी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने की गुहार लगाई है।

पीडि़ता के अनुसार वह एक्सईएन अजीत सिंह के मातहत काम करती है। अजीत सिंह जुलाई 2023 से ही उसका यौन उत्पीडऩ करने का प्रयास कर रहे थे। इसकी शिकायत 27 नवंबर 2023 को उसने तत्कालीन हूडा एडमिनिस्ट्रेटर गरिमा मित्तल से की थी। कायदे से गरिमा मित्तल को कार्यस्थल पर यौन उत्पीडऩ अधिनियम के तहत कार्यालय की कमेटी से मामले की जांच करानी चाहिए थी लेकिन उन्होंने अजीत सिंह को केवल डांट कर और पीडि़ता को दोबारा नहीँ परेशान करने की हिदायत देकर भेज दिया। नतीजा हुआ कि अजीत सिंह की हिम्मत बढ़ गई। पंद्रह बीस दिन तक तो सब ठीक रहा लेकिन उसके बाद अजीत सिंह फिर अश्लील हरकतों पर उतर आया। पीडि़ता का मानसिक उत्पीडऩ करने के साथ ही उसके सामने अश्लील शारीरिक भाव भंगिगाएं बनाने लगा।

यही नहीं कार्यालय से घर आने जाने के दौरान पीडि़ता के पीछा करने के लिए एक ठेकेदार को लगा दिया। पीडि़ता कार्यालय के बाद कहां जा रही है किससे मिलती है, पीछा करने वाला ठेकेदार अजीत सिंह को रोजाना इसकी जानकारी देता। इतने पर भी पीडि़ता नहीं झुकी तो अजीत सिंह ने उसे काम के नाम पर प्रताडि़त करना शुरू कर दिया। यहां तक कि पीडि़ता का मोबाइल फोन भी जबरन लेकर किससे बात करती है, किसका फोन आया ये भी जांच करने लगा, इसको आधार बना कर पीडि़ता पर कामचोर होने का आरोप लगाया। महिला के अनुसार वह अपना सारा काम ईमानदारी से समय पर करती है। पीडि़ता ने अजीत सिंह को स्पष्ट रूप से बता दिया कि जिस तरह का व्यववहार और संबंध रखना चाहते हैं वो असंभव है। दाल गलती न देख उसने पीडि़ता को धमकी दी कि वह उसे हूडा में काम नहीं करने देगा, बाहर का रास्ता दिखाएगा।

27 अप्रैल 2024 को उसने एचकेआरएन से महिला की बर्खास्तगी की सिफारिश कर दी। इसी दिन एक्सईएन ने उसके मोबाइल पर कम से कम तीस कॉल कीं, इनमें से बीस तो वीडियो कॉल थीं जिनमें अजीत ने पीडि़ता से यह पूछा कि वह कहां है और क्या कर रही है? इसके बाद महिला के मोबाइल पर एचकेआरएन की ओर से संदेश आया कि आपने अपनी सेवा समाप्ति का जो आवेदन दिया है उसे स्वीकार कर लिया गया है। 15 दिन का नोटिस पीरियड समाप्त होने के बाद 12 मई को एचओडी और एचकेआरएन की अनुशंसा के बाद आप कार्यमुक्त हो जाएंगी।

पीडि़ता ने अधिकारियों को पत्र लिख कर बताया है कि उसने नौकरी छोडऩे का आवेदन नहीं किया है बल्कि एक्सईएन अजीत सिंह ने छलपूर्वक ऐसा किया है, इसलिए उसकी नौकरी बरकरार रखी जाए और अजीत के खिलाफ कार्रवाई की जाए। इस संबंध में एक्सईएन अजीत सिंह ने कहा कि कुछ लोगों ने महिला को गुमराह किया है इस कारण वह इस तरह के आरोप लगा रही है, वह काम नहीं करती थी इसी कारण ही उसकी सेवा समाप्ति की सिफारिश की गई है, बदले की भावना से झूठे आरोप लगाकर दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा है।

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Mazdoor Morcha
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