फऱीदाबाद (मज़दूर मोर्चा) बेशक कांग्रेस पार्टी की ओर से अभी तक फरीदाबाद सीट को लेकर पूरी चुप्पी साधी गई है लेकिन विश्वस्त सूत्रों की मानें तो हाईकमांड ने चौधरी महेंद्र प्रताप सिंह को कृष्णपाल के मुकाबले में खड़ा करने का निर्णय काफी पहले ही कर लिया था। चौधरी महेंद्र प्रताप ही एकमात्र उम्मीदवार ऐसे नजर आ रहे हैं जिससे कृष्णपाल बुरी तरह घबराए हुए हैं।
कृष्णपाल के कांग्रेसी नेताओं के साथ घनिष्ठ एवं अंतरंग संबंध किसी से छिपे नहीं हैं। भूपेंद्र सिंह हुडडा के राज में सीएलयू के धंधे मेँ जितना माल कृष्णपाल ने कमाया है उतना शायद ही किसी कांग्रेसी ने कमाया हो। कांग्रेस के बारे में यह भी कहा जाता है कि इसके भीतर संघ के स्लीपर सेल गहरे समाए हुए हैं, अपने उन्हीं संबंधों का इस्तेमाल करते हुए कृष्णपाल भरपूर प्रयास करने में जुटे हैं कि किसी तरह से महेंद्र प्रताप का टिकट कट जाए, क्योंकि कृष्णपाल बखूबी समझते हैं कि जिस गूजर जाति के वोट बैंक के बल पर वे इतरा रहे हैं उसका नब्बे प्रतिशत तो सीधे सीधे महेंद्र प्रताप की ओर जाने वाला है ही, इसके अलावा बीते दस साल में कृष्णपाल ने ऐसा कोई काम नहीं किया है जिसके बूते वे जनता से वोट मांग सकें। जिस मोदी लहर पर सवार होकर उन्होंने दस साल तक लूट के लाइसेंस का मजा लिया वो लहर भी अब कहीं नजर नहीं आ रही। ऐसे में अब कृष्णपाल का मुकाबला यदि सीधे सीधे महेंद्र प्रताप से होता है तो कृष्णपाल का चारों खाने चित्त होना तय माना जा रहा है।