करनाल (म.मो.) जनविरोधी नीतियों से जनाक्रोश झेलती और आईसीयू में दाखिल मनोहर सरकार को कोविड की बूस्टर डोज़ देने आ रहे हैं डॉक्टर अमित शाह। क्या मरीज चंगा होगा – लाख रुपए का सवाल ?
खट्टर सरकार के खिलाफ प्रॉपर्टी आई डी में याशी कंपनी की धांधली, हर दफ़्तर व तहसील में फैले करप्शन, पंचायतों के काम के लिए इ -टेंडरिंग करने और ओल्ड पेंशन स्कीम पर कड़ा रुख आदि मुद्दों को लेकर जनता में फैले रोष को लेकर मनोहर लाल की सरकार इन दिनों इंटेंसिव केयर यूनिट में दाखिल है।
उसके इलाज के लिए डॉक्टर अमित शाह 14 फरवरी को करनाल जिले के मधुबन में आ रहे हैं, जहां वे अपने चंग्गुओं-मंग्गुओं को बतायेंगे कि खट्टर सरकार को इंटेंसिव केयर से बाहर कैसे निकालना है। शाह की यह डोज़ दुधारी तलवार होगी। इससे मर्ज तुरंत ठीक भी हो सकता है और मर्ज इतना भी बढ़ सकता है कि लाइलाज हो जाये।
डॉक्टर शाह को मरीज के इलाज के लिए कुछ दिन पहले गोहाना आना था। मरीज यानी मनोहर लाल बेताबी से उनके इंतजार में पलक-पावड़े बिछाये बैठे थे लेकिन बारिश के चलते डॉक्टर शाह को खुद जुखाम हो गया और वो गोहाना नहीं आये। अब बारिश खत्म हो गयी है और डॉक्टर शाह का जुखाम भी। मौसम अच्छा है। फिर मधुबन में पुलिस की गर्मी भी होगी।
सुना है डॉक्टर शाह अपने खास मरीज मनोहर लाल को बूस्टर डोज़ तो देंगे ही साथ -साथ कुछ परहेज करने को भी कहेंगे। क्योंकि यदि मरीज परहेज न करे तो फिर डॉक्टर भी क्या करेगा? डॉक्टर शाह नहीं चाहेंगे कि उनकी दवा देने के बावजूद मरीज ठीक न हो और बदनामी उनकी हो। मरीज यानी मनोहर लाल, डॉक्टर शाह के रडार पर रहेगा कि वो परहेज कर रहा है या नहीं। मरीज के शीघ्र ठीक होने की कामना करते हैं । बाकि राम जाने।