गांव में सुबह से बहुत चहल पहल थी! नीली और लाल बत्ती लगी गाडिय़ां आ जा रही थीं! बड़े-बड़े अफसरों और इंजीनियरों का तांता लगा हुआ था! लोग अचरज भरी आँखों से सबकुछ देख रहे थे और जानना चाहते थे कि आखिर हमारे गांव में हो क्या रहा है! गांववालों ने सरपंच के घर का रुख किया और उनसे अरज की कि वे पता लगाएं कि गांव में क्या होने वाला है! इतनी सारी गाडिय़ां क्यों आ जा रही हैं!! सरपंच जी गाडिय़ों के जमघट के पास गए! उनके पीछे पीछे उनका कुत्ता भी साथ में था! सरपंच जी ने देखा- एक तंबू के अंदर कुछ लोग एक बड़े से टेबल पर मानचित्र जैसा फैला कर गिटपिट अंग्रेजी में बहस कर रहे थे! सरपंच जी डरते-सकुचाते उन भद्र लोगों के पास गए! अपना परिचय दिया और इक_ी हुई गाडिय़ों का कारण जानना चाहा कुत्ता साथ में ही था! सब कुछ सुन रहा था! तभी एक अर्दली जैसा आदमी आया और कुत्ते को एक डंडा रसीद कर दिया! कुत्ता तंबू की दूसरी तरफ जाकर सुनने लगा! तंबू के अंदर जूत्त-टाई पहने लोगों ने सरपंच को बताया कि उनका गांव विद्युतीकरण के लिए नामांकित हुआ है! इसके लिए सरकार ने स्पेशल फण्ड मुहैया कराया है! उसी का सर्वे चल रहा है! अब आप लोग अँधेरे में नहीं रहेंगे! सरपंच जी ये खुशखबरी गांव वालों को बताते, इससे पहले उनका कुत्ता अपनी बिरादरी को बता आया! गांव भर के कुत्ते इकठ्ठा हुए और उन सबने आस पड़ोस के गाँव के कुत्तों को बता दिया! अब इस गांव के कुत्ते तो थे ही….आस पड़ोस के गांवों के भी सारे कुत्ते इक_ा हो कर लगे शोर मचाने! इनकी खुशी का ठिकाना ही नहीं! कभी इधर दौड़ लगाएं तो कभी उधर! कभी भूसे के ढेर में घुस जाएँ तो कभी राख पर लोटने लगें! कुत्तियों की तो शामत आ गयी! दूर बैठा एक पेड़ के पास बैठा बैल ये सबकुछ देख रहा था! कुत्ते जब थक हारकर पेड़ के पास सुस्ताने आये तो उसने पूछा- एक बात बताओ बे लंडूरों! गांव में बिजली आएगी तो उससे इंसानों को फायदा होगा! वे बल्ब जलाएंगे! पंखा, एसी, फ्रिज, कूलर चलाएंगे! खेतों में पानी उनके चलेगा! तुमलोग क्यों इतना उछल कूद मचाये हुए हो? कुत्तों ने एक स्वर में कहा-खंभे तो लगेंगे ना!!! बैल ने पूछा- मतलब? सरपंच के कुत्ते ने समझाया- सर्वे हो रहा है! मतलब बिजली आएगी! बिजली लाने के लिए खंभे लगेंगे! जितनी दूर से बिजली आएगी, उतने ज्यादा खंभे लगेंगे! हर घर के लिए अलग से खंभे लगेंगे! अब जब इतने ज्यादा खंभे लगेंगे तो हमारी पूरी बिरादरी को मूतने में आसानी होगी! तुम बेवकूफ हो, जाओ हल खींचो!