करनाल। जिला परिषद सदस्यों ने मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए चुनाव में उन्हें हराने का लिया सामूहिक फैसला लिया। सदस्यों का कहना था कि जब मनोहर लाल ने मुख्यमंत्री रहते हुए काम नहीं किया है,अब लोकसभा से जीतकर क्या काम करेंगे?
जिला परिषद कार्यालय करनाल में बुधवार को जिला परिषद सदस्यों की बैठक वार्ड नंबर 5 के पार्षद अमित कुमार की अध्यक्षता में हुई। बैठक में 15 जिला परिषद सदस्यों ने भाग लिया। जिला परिषद सदस्यों ने संयुक्त रूप से कहा कि पूर्व सीएम मनोहर लाल की गलत नीतियों के कारण विरोध किया जा रहा हैं। भाजपा प्रत्याशी व पूर्व सीएम मनोहर लाल के रहते हुए भी जिले में विकास नहीं हुआ है। लोगों को सरकार व हमसे जो उम्मीद थी, हम उनकी उम्मीदों खरा नहीं उतर पाए। यह सब पूर्व सीएम मनोहर लाल के कारण हुआ है। खट्टर ने ई टेंडिरिंग लागू करके व पंचायतों के अधिकार कम करके पंचायती राज को खत्म करने का काम किया है। जब मनोहर लाल ने मुख्यमंत्री रहते हुए कोई काम नहीं किया है तो लोकसभा करनाल से जीतकर भी वो कोई काम नहीं करेंगे, इसलिए अब उनकी विदाई का समय आ गया है। लोगों ने उन्हें हराकर भेजने का मन बना लिया है।
मीटिंग में मौजूद पार्षदों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि भाजपा प्रत्याशी का पुरजोर से विरोध किया जाएगा। जो प्रत्याशी पूर्व सीएम को हराने का काम करेगा, उसी का साथ दिया जाएगा। इधर, पूर्व सीएम मनोहर लाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यों की बदौलत व प्रदेश सरकार द्वारा लागू की जन हितैषी नीतियों का हवाला देकर लोगों से वोट देने की अपील कर रहे हैं। बुधवार को उन्होंने इंद्री व नीलोखड़ी में रोड शो निकाला। उधर, इसी दिन जिला परिषद कार्यालय करनाल में एक दर्जन से अधिक पार्षदों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोलकर उनकी व भाजपा की मुसीबतेंं बढ़ा दी हैं। देखना होगा कि आने वाले लोकसभा चुनाव में पार्षदों के विरोध का कितना असर देखने को मिलेगा।
बैठक में अमित कुमार, विक्रम सिंह प्रतिनिधि जिला पार्षद, जसबीर सिंह, सुरेंद्र सिंह, कृष्ण कुमार, प्रदीप कुमार, विनोद कुमार, संग्राम सिंह, कुलदीप मढ़ान, राजकिशन, सुनील कुमार आदि शामिल हैं।