करनाल। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पूर्व घोषित एलान के तहत शुक्रवार को एलआईसी कार्यालय के बाहर धरना देकर अडाणी मामले की जांच के लिए जेपीसी गठन करने की मांग उठाई। केंद्र सरकार, अडाणी और एलआईसी के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की गई। मंच संचालन जिला संयोजक त्रिलोचन सिंह ने किया।
इस मौके पर अखिल भारतीय कांगे्रस कमेटी के सदस्य कुलदीप शर्मा व करनाल प्रभारी लहरी सिंह ने कहा कि कांग्रेस मोदी और अडाणी की दोस्ती से देश की जनता को जो नुकसान हुआ है उसका सच सबके सामने लाना चाहती है। संसद में विपक्ष को बोलने नहीं दिया जाता। संवैधानिक संस्थाएं चुप्पी साधे हुए हैं।
मोदी सरकार ईडी और सीबीआई का दुरुपयोग कर रही है। कांग्रेस को सरकारी एजेंसियों पर विश्वास नहीं है, इसलिए अडाणी ने जो देश की जनता का लाखों करोड़ो रुपया हजम कर लिया है, उसकी जांच के लिए जेपीसी गठित होनी चाहिए। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार की नीतियों से पूरा देश खासकर मध्यम वर्ग विशेष रूप से चिंतित है।
केंद्र की भाजपा सरकार चंद पूंजीपतियों को लाभ दिलाने का कार्य कर रही है। एक विदेशी कंपनी ने भ्रष्टाचार का खुलासा किया है तो अब इस मामले में केंद्र सरकार अडानी समूह पर कोई कार्रवाई किए बिना उन्हें बचाने की कोशिश कर रही है। केंद्र की मोदी सरकार पिछले आठ साल से केवल अपने मित्र उद्योगपतियों को सारे नियम कायदों को किनारे रखकर लगातार फायदा पहुंचाया है।
इस अवसर पर भीम मेहता, सुमिता सिंह, रघबीर संधु, कमल मान, त्रिलोचन सिंह, नवजोत कश्यप, इंद्रजीत गोराया, राजेश वैध, ललित बुटाना, राजिंद्र बल्ला, राजेश चौधरी, नाहर सिंह संधु, उषा तुली, मनिंद्र सिंह शंटी, अशोक खुराना, पप्पू लाठर, कृष्ण शर्मा, हरीराम साबा, नैनपाल राणा, भूपेंद्र लाठर, सुरेंद्र कालेखां, रमेश सैनी, रानी कांबोज, सुषमा नागपाल, नरेश संधु, जोगिंद्र चौहान, ललित अरोड़ा, रणपाल संधु, अमरजीत धीमान, राजिंद्र कल्याण, ओमप्रकाश सलूजा, परमजीत वाल्मीकि, रोहित जोशी, दया प्रकाश, जागीर सैनी, एडवोकेट नपिंद्र मान, धर्मपाल कौशिक, राजपाल शर्मा, सुनेहरा वाल्मीकि, गगन मेहता, एमएस महेंद्रू, राजिंद्र सिंह भोला, कर्मपाल सिंह, होशियार सिंह, संदीप बलड़ी, डा. रामफल, दयाल सिंह सिरोही, सुरेंद्र गौड़, मीनू दुआ आदि मौजूद रहे।