‘न्यूज़ क्लिक’ को, नोवेल राय सिंघम नाम के धन-पशु से, 10 करोड़ रु की विदेशी ‘मदद’ मिली. ‘दान-दाता’ का, चीन से संबंध है, मतलब चीन का एजेंडा चलाया जाएगा. इसलिए न्यूज़ क्लिक की तथाकथित आतंकी गतिविधियों रोकने के नाम पर यूएपीए लगेगा, तो इन अपराधियों को कौन से क़ानून के तहत और कब गिरफ्तार किया जाएगा, श्रीमान एन्फोर्समेंट डायरेक्टर साहब?
1) अडानी के काले और फ्रॉड साम्राज्य में, चीनी ठग च्यांग चुंग लिंग और उसके बेटे च्यांग चुंग टुंग का प्रचंड पैसा लगा है. ये महज़ आरोप नहीं हैं, बल्कि ओसीसीआरपी रिपोर्ट में ठोस सबूत के दस्तावेज़ उपलब्ध हैं. मारीशस और बरमूडा फण्ड के ज़रिये भी अडानी ने लाखों करोड़ के घोटाले किए हैं. 20,000 करोड़ के निवेश का तो ये भी पता नहीं कि उसका मालिक कौन है? मोदी सरकार बनने से पहले, राजस्व ख़ुफिय़ा विभाग, अडानी के महा घोटालों के सबूतों की सीडी बना चुका था. वह गिरफ्तार होने वाला था. तीनों अडानी भाईयों को तत्काल गिरफ्तार कर जेल में डालो. उनके पासपोर्ट ज़ब्त करो, बाहर भाग जाने वाले हैं.
2) ‘पनामा पेपर्स’ और ‘बरमूडा फंड्स’ के नाम से, दो रिपोर्ट प्रकाशित हुई थीं, जिनमें उन मुफ्तखोर घोटालेबाजों के नाम थे, जिन्होंने अपने चोरी के काले पैसे को सफ़ेद किया, टैक्स चुराया, घोटाले किए. देश के सभी कुख्यात घोटालेबाज, जैसे अमिताभ बच्चन, उस फ्रॉड में लिप्त थे. दुनियाभर में कहीं भी, पनामा पेपर्स को, इतनी बेशर्मी से नहीं दबाया गया, जैसा मोदी सरकार ने किया. पड़ौसी पाकिस्तान का भूतपूर्व प्रधानमंत्री, उसी गुनाह की सज़ा के तहत मुल्क़ बदर किया जा चुका है, लेकिन सभी बड़े घोटालेबाजों की हमदर्द, मोदी सरकार ने, उनमें से किसी का भी बाल बांका नहीं होने दिया. असली चोर, या यूँ कहें, चोरों का सरदार कौन है?
3) संघ परिवार को अमेरिका से भारी-भरकम डोनेशन मिलती है. 2 अप्रैल, 2021 की अल-जज़़ीरा की रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना महामारी के वक़्त, विश्व हिन्दू परिषद को 8.33 लाख डॉलर (क्रह्य.6,93,47,250) की डोनेशन, इसलिए प्राप्त हुई, कि वे कोरोना महामारी में गरीबों की मदद करेंगे. अमेरिका का शातिरपना भी देखिए, विश्व हिन्दू परिषद को, सीआईए ने हिन्दू आतंकी संगठन भी घोषित किया हुआ है और पैसे की सप्लाई नहीं रोक रहे. क्या वीएचपी से पूछा गया, कि उन्होंने कोरोना महामारी में, किस-किस का कल्याण किया? ये लोग तो, बेरोजग़ार युवकों को त्रिशूल और कट्टे थमाते हैं कि जाओ बेटा, हिन्दू शूरवीरो, मुसलमानों पर टूट पड़ो. ईडी के दिल में, हिन्दुत्ववादी आतंकी संगठनों की फंडिंग की जाँच करने की इच्छा, कभी क्यों जागृत नहीं होती? ईडी समेत, सारा देश, इस सवाल का उत्तर जानता है.