जन्नत से रिपोर्ट

जन्नत से रिपोर्ट
March 10 08:53 2024

जन्नत में हर सप्ताह तीस घंटे काम के लिए मुकर्रर हैं
मजूरी ज्यादा है, कीमतें लगातार कम होती जाती हैं
जिस्मानी काम थकाऊ नहीं है (गुरुत्वाकर्षण कम होने के कारण)
लकड़ी चीरना टाइपिंग करने से ज्यादा मेहनत का काम नहीं है
सामाजिक ढांचे में ठहराव है और हुक्मरान होशियार हैं
सच कहूं तो किसी भी देश के आदमी से बेहतर
जन्नत में है आदमी

सबसे पहले तो इसे जगमग गोल घेरे में गिरजाघर की गायक मंडली
और हद दर्जे की अमूर्तता से अलग होना चाहिए था
हालांकि वे आत्मा को शरीर से ठीक-ठीक अलग नहीं कर पाए थे
लिहाजा थोड़ी सी चर्बी और सूत भर मांसपेशी
कम करने यहां आए होंगे

फिर परम तत्व के अंश में माटी के अंश के
मिलने के नतीजों को भुगतना लाजिमी था।
मृत्यु के दर्शन से यह एक बिलकुल नया मोड़ था
केवल जॉन के पास पूर्वदृष्टि थी तुम्हारा पुनर्जन्म दूसरे शरीर में होगा

तमाम लोग ईश्वर नहीं देख पाते
वह सिर्फ उनके लिए हैं जो सौ फीसदी वायवीय हैं
बाकी लोग चमत्कारों और बाढ़ों की खबरें सुनते हैं
किसी दिन सब ईश्वर को देखेंगें मगर यह कब होगा कोई नहीं जानता

यूं अब हर शनिवार को दोपहर में , जब सायरन की मीठी आवाज गूंजती है
और वे कारखानों से सर्वहारा के जन्नत में बुड़बक से जाते हैं
अपने पंखों को कांख में दबाकर, वायलिन की तरह

-ज़्बीग्न्येव हेर्बेर्त

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Mazdoor Morcha
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