करनाल। मुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र में बिना मतलब के करोड़ों रुपये खर्च किये जा रहे हैं। जहाँ सडक़ बननी है सडक़ नही बनती है, जहां नही बनना है वहां बन जाती है। जहां नाले की सफाई से काम चलता है वहां नया नाला बना दिया जाता है। करनाल में जनता का करोड़ों रुपया दोनों हाथों से लुटाया जा रहा है।
पुरानी सब्जी मंडी के पीछे तथा गनपत मार्किट के सामने कचरे का डंपिंग सेंटर बना दिया है। इसके कारण दुकानदारों ने दुकानें बंद कर दीं। पूरा शहर कचरे के ढेर पर खड़ा है। बस स्टैंड के पीछे सरकारी स्कूल में बैडमिंटन का सिंथेटिक कोर्ट के साथ तीन अन्य वालीबाल,बास्केट बाल,हाकी के स्टेडियम करोड़ों रुपया खर्च कर बनाये जा रहे है। यहां पर पानी भर जाता है। स्कूल में भी पानी की निकासी न होने के कारण पानी भरता है। पानी की निकासी या वाटर रिचार्ज सिस्टम विकसित करना चाहिए था। पानी को निकालने के लिये नाला बनाना चाहिये था।
सरकार की लापरवाही के कारण अफसर बिना योजना के काम कर रहे हैं। इससे स्टेडियम और कोर्ट में पानी भर जायेगा। पहले ही कमेटी चौक पर सडक़ धंसने लगी है। यहां पर सीवर के पाइप डालते समय सडक़ को खोखला कर दिया। क्या यह सडक़ फ्लाय ओवर के पिलर का भार सह पायेगी?
क्या फ्लाई ओवर का बजन यहां लगे पिलर सहन कर सकेंगे? यदि कही पिलर बैठ गया तो बड़ा हादसा होने से कोई नही रोक पाएगा। राम नगर में नाले को दोबारा बना रहे है। जब कि सफाई करके काम हो सकता था। इस पर भी एक करोड़ रुपया बेकार में खर्च किया जा रहा है। शहर में विकास के नाम पर अफसरो का विकास हो रहा है। बीजेपी नेता जन प्रतिनिधि मिल कर बन्दर बांट कर रहे हैं। मुख्यमत्री से विकास कार्यो की सोशल ऑडिटिंग करवाने की मांग की है। सरकार भ्रष्टाचार के लिये सर्वदलीय जांच आयोग बनाए। भ्रष्टाचार में लिप्त अफसरों, बीजेपी नेताओं,जनप्रतिधियो को दंडित किया जाय।