खट्टर ने ओल्ड फरीदाबाद मार्केट के पास मल्टी लेवल कार पार्किंग का उद्घाटन किया, ठीक है लेकिन इससे ज्यादा जरूरी तो सेक्टर 12 लघु सचिवालय के पास पार्केिंग थी। यहां रोजाना हजारों लोग अपने दो पहिया-चार पहिया वाहन लेकर लघु सचिवालय, न्यायालय और हूडा दफ्तर पहुंचते हैं। अधिकतर दो पहिया-चार पहिया वाहन से ही आते हैं। पार्किंग व्यवस्था न होने के कारण इन तीनों इमारतों के चारों ओर और परिसर के अंदर वाहन ही नजर आते हैं। सेक्टर 12 खेल परिसर की ओर वाली सडक़ हो या सेक्टर राजस्थान भवन छोर वाला मार्ग, अवैध पार्किंग माफिया सडक़ों पर वाहन खड़े करवा कर कमाई करते हैं। सत्ता समर्थित ये पार्किंग माफिया अपनी मोटी कमाई में से नेताओं से लेकर पुलिस और प्रशासन तक हिस्सा बांटते हैं ताकि आम वाहन मालिकों से पार्किंग शुल्क के नाम पर लूट सकें। हालांकि यहां भी पार्किंग बनाए जाने का प्रस्ताव है लेकिन लूट कमाई का बड़ा हिस्सा पहुंचाने वाले पार्किंग माफिया इसे बनने नहीं देना चाहते, अधिकारी भी उनकी मंशा के अनुरूप आज तक पार्किंग नहीं बनवा पाए हैं।