फरीदाबाद (मज़दूर मोर्चा) हूडा के भ्रष्ट अधिकारियों ने बिल्डर माफिया से मिलीभगत कर लूट कमाई का तरीका ईजाद कर लिया है। अधिकारी निर्माणाधीन इमारतों को कंप्लीशन सर्टिफिकेट जारी करते हैं, इसके बाद बिल्डर स्वीकृत से अधिक मंजिल बनाने के साथ ही एफएआर आदि का अतिक्रमण कर इमारतें बनाकर खड़ी कर रहे हैं। मानक का उल्लंघन कर बनाई जा रही इन इमारतों से बिल्डर लाखों रुपये अतिरिक्त कमा रहे हैं, इस कमाई मेें हूडा अधिकारियों की भी हिस्सापत्ती है।
अधूरी इमारतों को कंप्लीशन सर्टिफिकेट जारी करने का खेल हूडा के सेक्टर 46, 21 सी, 21 डी और नहर पार स्थित हूडा के सेक्टरों में धड़ल्ले से चल रहा है। नक्शा केवल एक या दो फ्लोर का पास किया जाता है, पहली छत पडऩे के बाद ही अधिकारियों की मुट्ठी गर्म कर बिल्डर कंप्लीशन सर्टिफिकेट जारी करा लेते हैं। इसके बाद इमारत या फ्लैट का निर्माण बिल्डर अपने ढंग से करते हैं। दो की जगह चार मंजिल तक फ्लैट बनाए जा रहे हैं। एफएआर का उल्लंघन कर बिल्डर खुली जगह को भी कवर कर कमरा, शौचालय आदि बना रहे हैं, बड़ा फ्लैट यानी ज्यादा कीमत।
लूट कमाई में लगे हूडा के अधिकारी केवल कंप्लीशन सर्टिफिकेट में ही खेल नहीं कर रहे हैं। अवैध निर्माण, अतिक्रमण, बिल्डिंग बायलॉज का उल्लंघन करने वालों पर भी मेहरबान हैं। पॉश सेक्टरों में इन्ही अधिकारियों के कारण लोगों ने सडक़ तक अतिक्रमण कर रखा है। हूडा के भ्रष्ट अधिकारियों की मेहरबानी से सेक्टर नौ स्थित मकान नंबर 460 के मालिकों ने सडक़ तक रैंप बना डाली। मकान से करीब दस बारह फीट बढ़ा कर बनाया गया यह रैंप सडक़ तक अतिक्रमण है। यही नहीं इमारत के बाहर भी काफी हिस्सा रेलिंग लगा कर घेर लिया गया है और बाउंड्री वाल भी बढ़ा कर बनाई गई है। इस कारण सडक़ काफी संकरी हो गई है। उधर से गुजरने वाले वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। सडक़ तक अतिक्रमण होने के कारण जल निकासी की नाली भी समाप्त हो गई है, जिस कारण हल्की सी बारिश में यहां घंटों जलभराव की स्थिति बन जाती है। हूडा अधिकारियों को इसकी जानकारी है बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं की गई।