हार्डवेयर चौक से सोहना रोड तक की तीन किलोमीटर सड़क का निर्माण ड्रामा शुरू

हार्डवेयर चौक से सोहना रोड तक की तीन किलोमीटर सड़क का निर्माण ड्रामा शुरू
October 10 14:54 2021

फरीदाबाद (म.मो.) किसी भी सड़क पुल व भवन आदि का जब भी कभी, सरकार द्वारा काम शुरू कराया जाता है तो नियमानुसार वहां पर एक सूचनापट लगाया जाना चाहिये जिस पर उस प्रोजेक्ट का पूरा ब्योरा लिखा होना चाहिये। यानी कि सड़क की लम्बाई उसमें लगने वाले सामान की जानकारी, प्रोजेक्ट की कुल लागत, शुरू व काम पूरा होने की तिथि, ठेकेदार, जेई, एसडीओ व एक्सियन आदि का नाम व पूरा पता लिखा होना चाहिये। परन्तु अपनी लूट को पर्दादारी में रखे रहने की नीयत से आज कल ऐसे बोर्ड लगाने बंद कर दिये गये हैं। और तो और आरटीआई द्वारा भी इस तरह की सूचना देने से बचने का भरसक प्रयास किया जाता है।

इस सड़क का निर्माण कार्य पहले एफएमडीए को सौंपा गया था लेकिन बाद में इसे संयुक्त रूप से एमसीएफ व एफएमडीए को सौंप दिया गया। दरअसल काम तो इन दोनों में से किसी ने भी नहीं करना, काम तो केवल ठेकेदार ने करना है। संयुक्त रूप से करने का मतलब इस धंधे में होने वाली लूट का बंटवारा उक्त दोनों गिरोहों में बराबर-बराबर हो जाय।

संदर्भवश पाठक यह भी जान लें कि एफएमडीए के चीफ इंजीनियर वही डीएन वशिष्ठ हैं जो कभी बतौर एक्सियन एमसीएफ में मोटी डकैतियां मार चुके हैं। बाद में ये महाशय गुडग़ांव नगर निगम में पहुंच कर, वहां से बतौर चीफ इंजीनियर रिटायर हुए थे। महाभ्रष्ट आईएएस अफसर राजेश खुल्लर के आशीर्वाद से इन्हें गुडग़ांव महानगर डेवलपमेन्ट ऑथोरीटी में चीफ इंजीनियर की नियुक्ति मिल गई। अब जुगाड़बाजी करके वशिष्ठ ने एफएमडीए की चीफ इंजीनियरी भी अतिरिक्त रूप से हथिया ली है।

विदित है कि सीमेंट कंक्रीट से बनी यह सड़क कोई बहुत पुरानी नहीं है, मात्र चार-पांच साल पहले ही बनी थी। इस सड़क की दुर्दशा को देखते हुए कोई नहीं कह सकता कि इसे हाल ही में बनाया गया था। शमशान घाट के सामने का करीब ढाई सौ मीटर का टुकड़ा ऐसा है जैसे कभी वहां सड़क बनी ही नहीं। इसमें अक्सर जलभराव रहने के चलते गड्ढे दिख नहीं पाते और राहगीर दुर्घटनाग्रस्त होते रहते हैं। सड़क पर इतने बेहूदा ढंग से जगह-जगह जोड़ लगाये गए हैं कि अनजान आदमी गिरे-पड़े बगैर गुजर ही नहीं सकता।

अधिकारियों को अपनी अक्ल व जनता से कितनी दुश्मनी है, इसे उनके काम-काज के तरीके से बखूबी समझा जा सकता है। शमशान घाट के सामने वाले टुकड़े का निर्माण करने से पहले इन्होंने हार्डवेयर चौक से व्हर्लपूल चौक तक की बनी-बनाई बढिय़ा सड़क को पहले खोदना शुरू किया ताकि आवागमन करने वालों को पता चले कि सरकार काम कर रही है। सड़क बनेगी तब देखी जायेगी।

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Mazdoor Morcha
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