हंदुत्ववादी गुंडों ने उजाड़ा एक मेहनतकश महिला को

हंदुत्ववादी गुंडों ने उजाड़ा एक मेहनतकश महिला को
April 26 13:45 2022

फरीदाबाद (म.मो.) दलित परिवार की 26 वर्षीय प्रेमलता करीब दो-तीन साल पहले काम की तलाश में बिजनौर से यहां आई थी। धीरे-धीरे उसने ब्यूटी पार्लर का काम सीख कर उसमें अच्छी-खासी महारत हासिल कर ली। अब वह 25-30 हजार मासिक कमाने लगी थी। कोरोना के दौर में वह कुछ समय के लिये अपने परिवार के पास बिजनौर वापस लौट गई थी। लेकिन अब बीते दिसम्बर से लगातार डबुआ कॉलोनी के एक पार्लर पर काम करती आ रही है।

उसके मां-बाप उस पर लगातार दबाव बना कर अधिक से अधिक पैसा ऐंठने का प्रयास करते आ रहे हैं। इतना ही नहीं उसका एक निठल्ला भाई 25 वर्षीय हेमंत भी इसी शहर में रहते हुए उससे सदैव पैसों की मांग करते रहता है। जब प्रेमलता ने अपने मां-बाप व भाई को ठेंगा दिखा दिया तो उसके मां बाप ने बिजनौर पुलिस से सांठ-गांठ करके उसके अपहरण की फर्जी एफआईआर दर्ज करा दी। इसमें कहा गया है कि उनकी बेटी को मुन्ना खान नामक एक व्यक्ति ने अपने कब्जे में कर रखा है। दिनांक 19 अप्रैल को मां-बाप के साथ बिजनौर पुलिस यहां आ धमकी।

उधर प्रेमलता के निठल्ले भाई ने अपने केस को मजबूत करने के लिये हिन्दुत्ववादी गुंडा गिरोह के बिट्टू बजरंगी से भी सांठ-गांठ कर ली थी। इसके परिणामस्वरूप बिजनौर पुलिस के साथ-साथ उक्त गुंडा गिरोह भी उस पार्लर व मकान पर हंगामा करने पहुंच गए जहां प्रेमलता मेहनत मशक्कत से अपनी रोजी-रोटी कमा-खा रही थी। उक्त पार्लर का मालिक मुन्ना खान है जो बगल में ही अपना हेयर ड्रेसिंग सैलून भी चलाता है। अपनी पत्नी, दो बेटियों व एक बेटे के साथ रहने वाले मुन्ना खान ने अपने घर का एक कमरा भी प्रेमलता को किराये पर दे रखा है। बस इसी ‘गुनाह’ को, हिंदू धर्म के ठेकेदारों ने हथियार बना लिया।

हंगामा होने पर डबुआ पुलिस भी मौके पर पहुंची। मुन्ना खान व प्रेमलता को थाने ले जाया गया। प्रेमलता ने दोनों जगह की पुलिस के सामने बड़ा स्पष्ट बयान दिया कि वह बालिग है और अपनी मर्जी से यहां पर रहकर अपना रोज़ी-रोजगार चला रही है। उसके मां- बाप उसका शोषण करना चाहते हैं। यदि वह उनके हथ्थे चढ़ गई तो वे पैसे लेकर किसी भी ऐसे-वैसे के साथ उसकी शादी करा देंगे। इसलिये वह वहां नहीं जायेगी और यहीं रह कर अपना रोजगार चलायेगी।

इसके बाद बिजनौर पुलिस तो खाली हाथ लौट गई लेकिन बिट्टू बजरंगी बेचारा खाली हाथ तडफ़ड़ाता रह गया। उसकी फितरत को जानने वालों का मानना है कि वह अपमान का यह घूंट पीकर चुप बैठने वाला नहीं है। वह जल्द ही कोई न कोई नया षडय़ंत्र रचकर बखेड़ा खड़ा करेगा। फ़िलहाल  ब्यूटी पार्लर के मकान मालिक ने किसी हंगामे के अंदेशे को देखते हुए प्रेमलता को वहां काम करने से रोक दिया है। ऐसे में उसके सामने काम-काज का कोई नया ठिकाना खोजने की समस्या आ खड़ी हुई है।

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Mazdoor Morcha
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