फरीदाबाद (मज़दूर मोर्चा) अस्पताल में इलाज के लिये आने वाले मज़दूरों की सहायता एवं मार्गदर्शन के लिये ‘क्रांतिकारी मज़दूर मोर्चा’ ने गेट नम्बर एक पर हेल्प-डेस्क स्थापित करने का निर्णय किया है। विदित है कि इस औद्योगिक नगरी में जहां बड़े-बड़े व पुराने मज़दूर संगठन लम्बे समय से मौजूद हैं, उनके मुकाबिल इस नवोदित मज़दूर संगठन ने, अस्पताल में मज़दूरों की सहायता के लिये यह निर्णय स्वागत योग्य लिया है।
बेशक, उक्त संगठन का मज़दूरों के हक में यह एक पहला प्रयास है, बेहतर होगा कि यदि संगठन सेक्टर आठ स्थित ईएसआई अस्पताल में आने वाले मज़दूरों के लिये भी कुछ सोचे। इन अस्पतालों के अतिरिक्त जि़ले में मौजूद ईएसआई की उन 14 डिस्पेंसरियों पर भी ध्यान केन्द्रित करे जहां न तो पर्याप्त दवाएं एवं स्टाफ मौजूद है और न ही टीका लगाने व ड्रेसिंग करने तक की कोई सुविधा उपलब्ध है। इन डिस्पेंसरियों में समुचित सुविधाएं उपलब्ध न होने के चलते ही हर छोटी-मोटी बीमारी के लिये मज़दूरों को दूर-दूर से एनएच तीन स्थित मेडिकल कॉलेज अस्पताल तक आना पड़ता है।
‘क्रांतिकारी मज़दूर मोर्चा’ का यह कदम, ट्रेड यूनियन के नाम पर बड़े-बड़े मठ बनाए बैठे उन मठाधीशों के लिये एक बड़ा चैलेंज है, जो बीमारियों से पीडि़त मज़दूरों की समस्याओं की ओर ध्यान देने की जरूरत नहीं समझते।