दागी विमल खंडेलवाल की तैनाती से असंतुष्ट स्टेट मेंबर ने इस्तीफे की पेशकश की

दागी विमल खंडेलवाल की तैनाती से असंतुष्ट स्टेट मेंबर ने इस्तीफे की पेशकश की
August 23 11:53 2023

फऱीदाबाद (मज़दूर मोर्चा) कोरोना काल के दौरान ऑक्सीजन के लिए तड़प रहे लोगों के तीमारदारों से दस दस हज़ार रुपये ऐंठने के आरोपी विमल खंडेलवाल को स्टेट सब कमेटी में सदस्यता दिए जाने का विरोध रेडक्रॉस सोसायटी में बढऩे लगा है। दागियों को बढ़ावा देने से परेशान स्टेट कमेटी के मेंबर मनोज बंसल ने सचिव को इस्तीफा भेज दिया। हालांकि महासचिव मुकेश अग्रवाल ने उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं कर जल्द ही बैठक बुलाने का आश्वासन दिया है।

समाज सेवी संस्था रेडक्रॉस सोसायटी भी अब भाजपा, संघ और उनके सहयोगी संगठनों से जुड़े लोगों के घुसने के कारण भ्रष्टाचार का गढ़ बनती जा रही है। इन संगठनों से आए सदस्य भ्रष्टाचार करते हैं और ऊंचे पद पर बैठाए गए भाजपाई उन्हें संरक्षण दे रहे हैं। कोरोना संकट के दौरान ऑक्सीजन सिलिंडर की अवैध रूप से सिक्योरिटी वसूलने के आरोपी विमल खंडेलवाल को राज्यपाल ने एक सब कमेटी का सदस्य बना दिया। विजिलेंस जांच झेल रहे दागी विमल खंडेलवाल को स्टेट सब कमेटी का सदस्य बनाए जाने से रेडक्रॉस स्टेट कमेटी के सदस्यों में रोष व्याप्त है।

सोसायटी के भरोसेमंद सूत्रों के अनुसार विमख खंडेलवाल की पदोन्नति से आहत स्टेट रेडक्रॉस सोसायटी के सदस्य मनोज बंसल ने 10 अगस्त को वाट्सएप पर अपना इस्तीफा महासचिव मुकेश अग्रवाल और वाइस चेयरपर्सन सुषमा गुप्ता को भेज दिया। इस्तीफे का कारण बताया कि धूमिल छवि के लोगों को सोसायटी में बढ़ावा देने, भ्रष्टाचार में व्याप्त कर्मचारियों को संरक्षण देने और (घोटालों की) निष्पक्ष जांच न होने के कारण दुखी होकर अपने सभी पदों से इस्तीफा दे रहे हैँ।

विमल खंडेलवाल को बढ़ावा देने से सिर्फ मनोज बंसल ही नहीं दुखी हैं सोसायटी के बहुत से अन्य सदस्यों मेंं भी रोष व्याप्त है। इन लोगों में चर्चा है कि भ्रष्टाचारी विमल खंडेलवाल को पेट्रन बनाया गया है। जब सोसायटी की लुटिया ही डुबोनी है तो बाकी के 11 पैट्रन को भी भ्रष्टाचार की छूट दे दो।
चर्चा यह भी है कि राज्यपाल से लेकर महासचिव तक सब भाजपाई पृष्ठभूमि से हैं। ऐसे में ऑक्सीजन घोटाले के मुख्य आरोपी विमल खंडेलवाल या तत्कालीन सचिव विकास और सहभागी जितेन के खिलाफ शायद ही कोई कार्रवाई होगी, जिस तरह ऑक्सीजन घोटाले की विजिलेंस जांच पेंडिंग पड़ी है उसी तर्ज पर इन आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई तो दूर इन्हें बढ़ावा दिया जाता रहेगा।

सूत्र बताते हैं कि महासचिव ने मनोज बंसल का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है। मुकेश अग्रवाल और सुषमा गुप्ता अब फरीदाबाद आकर इस मामले पर मनोज बंसल से सीधे बातचीत करेंगे, इसके बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में मनोज बंसल से उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया लेकिन संपर्क नहीं हो सका।

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