करनाल(जेके शर्मा) सरकार चावल के निर्यात पर लगाए गए प्रतिबंध को बिना शर्त तुरंत हटाए, साथ ही चावल के निर्यात पर लगाई की गई 20 प्रतिशत निर्यात ड्यूटी को भी तुरंत प्रभाव से समाप्त करे। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रतनमान ने केंद्र और राज्य सरकारों से यह मांग की। वह इस संबंध में किसान भवन में आयोजित बैठक की में मुख्य अतिथि थे। उन्होंने कहा कि इस तरह की लगाई गई पाबंदी से किसानों को अपने धान की बिक्री करने में दिक्कत आएगी।
उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार ने इस प्रकार की पाबंदी को नहीं हटाया गया तो व्यापारी अपने हिसाब से धान की फसल की खरीद करेगा। जिससे धान उत्पादक किसानों को आर्थिक नुकसान होगा। सरकारों को खुली चेतावनी देते हुए कहा कि यदि किसानों की मांग को स्वीकार नहीं किया गया तो किसान लामबंद होकर आंदोलन करने को मजबूर होंगे। जिसकी जिम्मेदारी केंद्र सरकार की होगी। इस मौके पर भारतीय किसान यूनियन की ओर से करनाल स्थित किसान भवन की देखरेख के लिए पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया। जिसमें प्रमुख तौर पर नीलोखेड़ी ब्लॉक से सूबे सिंह राणा, करनाल ब्लॉक से राजकुमार नोतना, घरौंड़ा ब्लॉक से सुरेश कुमार, निसिंग से यशपाल राणा, इंद्री ब्लॉक से दिलावर सिंह को नामित किया गया है। बैठक में कमेटी द्वारा किसानों के सामने लेखा-जोखा पेश किया गया। नवनियुक्त कमेटी के सदस्यों ने अपना कार्यभार संभाल लिया है। बैठक में इस मामले को लेकर किसानों से जोरदार नारेबाजी की। बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ किसान नेता सूबे सिंह राणा ने की। इस अवसर पर भाकियू चेयरमैन यशपाल राणा, वरिष्ठ किसान नेता प्रेमचंद शाहपुर, जिला महासचिव सुरेंद्र बेनीवाल, प्रवक्ता सुरेंद्र सांगवान, हरिकिशन, नेक्की राम, महेंद्र मढ़ान, प्रेम बल्ला, देशराज शाहपुर, रामदुरेजा, धनेतर राणा, कुलदीप राणा, दिलावर सिंह सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।